शिवसेना के एक विधायक ने कहा है कि अगर उन्हें वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के कीटाणु मिल जाते, तब वह उन्हें BJP नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मुंह में डाल देते।
यह बयान संजय गायकवाड़ ने दिया है। दरअसल, शनिवार को उनका एक वीडियो मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था, “अगर मुझे कोरोना के कीटाणु मिलते तो मैं उन्हें देवेंद्र फडणवीस के मुंह में डाल देता।” गायकवाड़, बुलढाना से शिवसेना विधायक हैं और उनकी इस टिप्पणी पर विवाद पनप गया है।
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रोचक बात है कि उद्धव की पार्टी के नेता की यह टिप्पणी ऐसे वक्त पर आई है, जब महाराष्ट्र कोरोना से देश में सर्वाधिक प्रभावित सूबा है। वहां दवा की किल्लत से लेकर श्मशान में लाशें जलाने तक के लिए जगह की कमी है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सवाल उठाया कि कोरोना से बुरी तरह जूझने के बाद भी शिवसेना के लोग उससे निपटने के बजाय विपक्षी (बीजेपी) को कोसने में जुटे हैं।
अगर मुझे कोरोना के कीटाणु मिलते तो मैं उन्हें देवेंद्र फडणवीस के मुंह में डाल देता : शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ का विवादस्पद बयान @news24tvchannel pic.twitter.com/9BbBOUtgWh
— Vinod Jagdale (@vinodjagdale80) April 17, 2021
रेमडेसिविर के भंडारण पर फार्मा कंपनी के निदेशक से पूछताछ की, भाजपा नाराजः मुंबई पुलिस ने रेमडेसिविर दवा के कथित अत्यधिक भंडार को लेकर एक फार्मा कंपनी के निदेशक से पूछताछ की और आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद उन्हें जाने दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया, ‘‘उन्होंने कम से कम 60,000 शीशियां जमा कर रखी थीं। कोरोना वायरस के रोगियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली इस दवा की कमी की वजह से राज्य और केंद्र सरकार ने उन्हें इस माल को घरेलू बाजार में बेचने की इजाजत दी थी। हालांकि मूल रूप से यह निर्यात के लिए थी।’’
इसी बीच, विपक्ष के नेता फडणवीस का आरोप है कि महाराष्ट्र सरकार केंद्रशासित प्रदेश दमन के एक रेमडेसिविर आपूर्तिकर्ता को परेशान कर रही है, क्योंकि राज्य में इस दवाई की आपूर्ति के लिए भाजपा नेताओं ने उससे संपर्क साधा था।
देश में एक दिन में सर्वाधिक 2,61,500 नए केस: भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,61,500 नए मामले सामने आने के साथ कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 1,47,88,109 पर पहुंच गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक उपचाराधीन मामले 18 लाख के पार पहुंच गए हैं।
मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक 1,501 और संक्रमितों की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,77,150 पर पहुंच गई। संक्रमण के मामलों में लगातार 39वें दिन वृद्धि हुई है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 18,01,316 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 12.18 प्रतिशत है जबकि संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर गिरकर 86.62 प्रतिशत रह गई है। (पीटीआई-भाषा इनपुट्स के साथ)