हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने संयुक्त राष्ट्र और आॅर्गनाइजेशन आॅफ इस्लामिक कोआॅपरेशन (आईआईसी) से अनुरोध किया है कि वे कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए सभी पक्षकारोंं के साथ ‘‘बिना शर्त और पारदर्शी’’ वार्ता के लिए भारत पर दबाव बनाएं।
उन्होंने ओआईसी को चिट्ठी लिखकर कहा है, ‘‘हुर्रियत कांफ्रेंस का मानना है कि हल के तौर-तरीके खोजने का वैकल्पिक रास्ता वार्ता ही है।’’
उन्होंने लिखा है, ‘‘हम (हुर्रियत) ओआईसी से अनुरोध करते हंै कि वह इसकी मांग का समर्थन करे और संयुक्त राष्ट्र तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अनुरोध करते हैं कि वह सभी पक्षकारों… जैसे भारत, पाकिस्तान और कश्मीर के लोगों के साथ खरी, बिना शर्त और पारदर्शी वार्ता करने के लिए भारत पर दबाव बनाए।’
पिछले 24 दिनोंं से चश्मा शाही उपकारागार में बंद अलगाववादी नेता को ओआईसी ने विदेश मंत्रियों की अपनी वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। यह बैठक न्यूयॉर्क में इस महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा की सत्र के साथ होनी थी।