यूपी चुनाव के नतीजे आ चुकें हैं लेकिन नतीजों को लेकर चर्चा अभी भी हो रही है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत पार्टी के कई नेता ईवीएम को लेकर सवाल खड़े कर रहें हैं। सपा नेताओं का दावा है कि बीजेपी को पोस्टल बैलेट में सिर्फ 99 सीटों पर बढ़त मिली, जबकि सपा को 304 सीटों पर बढ़त मिली है। सपा नेता ईवीएम में हेराफेरी की आशंका जता रहे हैं।

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि, “बात भाजपा और सपा की नहीं है, बात लोकतंत्र की है, बात चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता की है। स्वाभाविक रूप से जो 2022 का विधानसभा चुनाव हुआ, जिसमें बैलेट पेपर वोटिंग में सपा 304 पर जीती जबकि भाजपा मात्र 99 सीटों पर जीती। लेकिन ईवीएम की गिनती में भाजपा कैसे जीती ,ये अपने आपमें एक बड़ा सवाल है। 304 सीटों पर जीतने वाली सपा पीछे हो गई, बैलट पेपर पर 99 सीटों पर जीतने वाली भाजपा ईवीएम में आगे हो गई।”

स्वामी प्रसाद मौर्य ने ईवीएम और पोस्टल बैलट के नतीजों को लेकर सवाल उठाया और आशंका जताई कि कहीं ना कहीं बहुत बड़ा खेल हुआ है। उन्होंने कहा कि, “जो भी मीडिया के लोग हैं या अन्य विद्युत समाज के लोग हैं, उन्हें नतीजों पर विश्लेषण करना चाहिए कि हम और अच्छी पारदर्शी तरीके से कैसे चुनावी प्रक्रिया को सशक्त कर सकतें हैं। इसलिए ये एक सवाल है जिसका जवाब जनता चाहती है।”

नतीजों को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी आशंका जताई है। अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि, “पोस्टल बैलेट में सपा-गठबंधन को मिले 51.5% वोट व उसके हिसाब से 304 सीटों पर हुई सपा-गठबंधन की जीत चुनाव का सच बयान कर रही है। पोस्टल बैलेट डालने वाले हर उस सच्चे सरकारी कर्मी, शिक्षक और मतदाता का धन्यवाद जिसने पूरी ईमानदारी से हमें वोट दिया। सत्ताधारी याद रखें, छल से बल नहीं मिलता।”

यूपी के चुनावी नतीजों को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा था कि चुनाव निष्पक्ष नही हुए हैं। ममता बनर्जी ने कहा था कि सपा को हराने के लिए ईवीएम की लूट हुई है और इसमें गड़बड़ी की गई है। उन्होंने अखिलेश यादव को सलाह दी कि अखिलेश ईवीएम की फोरेंसिक जांच की मांग करें।