केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कहा आरोप लगाया है कि सीएम ममता बनर्जी को “बाहरी लोगों” की जानकारी नहीं है। वे भाजपा को बाहरी कहती हैं, जबकि उनकी पार्टी का वोट बैंक सही मायनों में बाहरी है। उन्होंने कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी के बारे में भी ऐसी बातें कहीं। उन्होंने बंगाल में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं तो इसी देश में जन्मा हूं और इसी देश की मिट्टी में मिल जाऊंगा।
सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, “दीदी मुझे बाहरी व्यक्ति कहती हैं। वह पीएम को बाहरी व्यक्ति कहती हैं। दीदी, मैं आपको बताता हूं कि बाहरी व्यक्ति कौन है। कम्युनिस्टों की विचारधारा बाहरी है, चीन-रूस से लाई गई है। कांग्रेस का नेतृत्व बाहरी है, इटली से आई हैं। टीएमसी वोट बैंक बाहरी है, घुसपैठिए हैं।” कहा कि ममता दीदी को इसकी जानकारी नहीं है। वह अपनी हर सभा में पीएम और मुझे बाहरी बताती रही हैं। अब बंगाल की जनता इसका जवाब देगी। जनता सच को समझ गई है। अब वह दीदी की बातों में नहीं आएगी। कहा कि जनता प्रदेश में विकास चाहती है। घुसपैठियों को प्रदेश में बुलाकर भीड़ नहीं लगाना चाहती है।
#WATCH: HM-BJP leader Amit Shah says, "Didi calls me an outsider. She calls PM an outsider. Didi, I'll tell you who's outsider. Communists' ideology is outsider, brought from China-Russia. Congress' leadership is outsider, came from Italy. TMC vote bank is outsider, infiltrators" pic.twitter.com/cM3fx30qJo
— ANI (@ANI) April 13, 2021
उधर, पश्चिम बंगाल के स्वरूप नगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैंने टीवी पर देखा कि यहां एक बम फैक्ट्री है। मुझे लगा कि यह सरकार का कारखाना है, लेकिन इसे विरोधियों पर हमला करने के लिए बनाया गया है। सीएम के नेतृत्व में बम बनाना कैसे संभव है? यदि बीजेपी सरकार बनती है, तो या तो बम होंगे या हम।”
उन्होंने राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में अराजकता वाली हालत के लिए खुद उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया। कहा कि भाजपा का शासन आते ही घुसपैठिए देश छोड़कर चले जाएंगे और अराजकता फैलाने वाले तत्व जेल जाएंगे।
दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनाव के बीच यहां तृणमूल कांग्रेस और भाजपा दलित समुदायों को लुभाने की भरपूर कोशिश कर रही हैं क्योंकि ये समुदाय इस चुनावी लड़ाई में निर्णायक साबित हो सकते हैं। राज्य के मतदाताओं में से 23.5 फीसदी दलित समुदाय से हैं और इनकी आबादी में से 25-30 फीसदी मतदाता 294 सदस्यीय विधानसभा में करीब 100 से 110 सीटों में परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।