ग्रेटर नोएडा के नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के फिजियोथेरेपी विभाग के प्रमुख सुर्खियों में हैं। दरअसल विभाग प्रमुख के खिलाफ सोशल मीडिया पर महिला छात्रों को अश्लील मैसेज भेजे जाने का मामला सामने आया है, जिसके चलते उन्हें यूनिवर्सिटी से निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि विभाग अधिकारी की पहचान पी सेंथिल कुमार के रूप में की गई है। वहीं जानकारी के मुताबिक यूनिवर्सिटी ने पी सेंथिल कुमार के खिलाफ आतंरिक मामलों की जांच करने के लिए एक समिति गठित की है।
फेसबुक पर पोस्ट की शिकायतेंः बता दें कि सोमवार (6 मई) को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट (आईएपी) के राष्ट्रीय प्रमुख ने फेसबुक पर प्रोफेसर के खिलाफ अलग-अलग शिकायतों को पोस्ट किया है। जानकारी के मुताबिक इस पोस्ट में 14 छात्राओं की शिकायतें शामिल हैं।
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छात्रों को भेजता था आपत्तिजनक वीडियो: छात्राओं ने सेंथिल पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि विभाग प्रमुख उन्हें ‘स्वीटहार्ट’, ‘स्वीटू’ आदि कहकर बुलाते थे। यही नहीं सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो भी भेजते थे। इस पूरे मामले पर यूनिवर्सिटी प्रवक्ता विक्रम सिंह ने कहा, ‘इस समय आरोपी प्रोफेसर की यूनिवर्सिटी में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है। इस मामले में जांच के लिए एक आंतरिक समिति गठित की गई है। इस समिति को 72 घंटों के अंदर अपनी रिपोर्ट सबमिट करनी है।’ वहीं जब उस वक्त प्रोफेसर के मोबाइल फोन पर उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए कई बार फोन किया गया, लेकिन उनका फोन बंद आ रहा था।
सेंथिल ने किया आरोपों को खारिजः हालांकि बाद में आरोपी सेंथिल की तरफ से इस पूरे मामले पर रिएक्शन आया और उन्होंने मीडिया से बातचीत में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि स्वीट हार्ट और स्वीटू शब्द के प्रयोग से उनका मतलब किसी प्रकार से उत्पीड़न करना नहीं था।
कौन है आरोपी: बता दें कि डॉ सेंथिल काफी लोकप्रिय फिजियोथेरेपिस्ट हैं। वो सिर्फ नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के फिजियोथेरेपी विभाग के प्रमुख ही नहीं है बल्कि उनका यू-ट्यूब पर एक चैनल भी है। इसके साथ ही वो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। फेसबुक पर भी उनके काफी अच्छी संख्या में फॉलोअर्स हैं।
सोशल मीडिया पर चल रहा है कैंपेन: इस पूरे विवाद के सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर डॉ सेंथिल पी कुमार के खिलाफ कैंपेन भी देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने की मांग की जा रही है।