हाथरस गैंगरेप की घटना पर विपक्षी पार्टियां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को घेरने में जुटी हैं। कांग्रेस और सपा के बाद आम आदमी पार्टी ने भी इस मुद्दे पर योगी सरकार को निशाने पर लिया है। आम आदमी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पीड़िता के भाई के हवाले से लिखा है कि “पुलिस ने घर को चारों तरफ से घेर रखा है, सारे घर वालों के फोन छीन लिए, कल ताऊ की छाती पर लात मारी डीएम ने।”

इसके साथ ही आम आदमी पार्टी ने लिखा कि “योगी सरकार अपराधियों को बचाने के लिए पीड़ित परिवार के साथ ज्यादती कर रही है। ये कहां का इंसाफ है?” पार्टी ने अपने ट्वीट के साथ एक न्यूज चैनल का वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि मीडिया के लोग पीड़िता के भाई से बात कर रहे हैं।

वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पीड़िता का भाई कह रहा है कि “मां और भाभी मीडिया से बात करना चाहती हैं लेकिन पुलिस उन्हें निकलने नहीं दे रही है। पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी की हुई है, खेत में गली में और छत पर भी। पीड़िता के भाई ने ये भी बताया कि उन्हें डराया धमकाया जा रहा है और उनके फोन भी पुलिस द्वारा ले लिए गए हैं।”

पीड़िता के भाई ने बताया कि “वह छिपकर, घास लेने के बहाने यहां तक पहुंचा है। उसने ये भी कहा कि ताऊ को डीएम ने छाती पर लात मारी, जिससे वह बेहोश हो गए थे।”

हाथरस कांड के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने तो सीएम योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा मांग लिया है। पार्टी ने पीड़िता के आधी रात को किए गए अंतिम संस्कार पर भी उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की। आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के जज से इस मामले की जांच की भी मांग की।

बता दें कि यूपी पुलिस द्वारा पीड़िता के गांव जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है और इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी पीड़िता के परिजनों से मिलने जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया। कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी और टीएमसी के नेता भी पीड़िता के परिजनों से मिलने की कोशिश कर चुके हैं। हालांकि पुलिस द्वारा सभी को बीच में रोक दिया गया है।