हरियाणा में बीजेपी के अंदर सबुकछ ठीक नहीं दिख रहा है। रोहतक से भाजपा के सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा ने अब अपनी ही सरकार खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अरविंद शर्मा ने कहा कि 66 साल पहले हरियाणा को भगवत दयाल शर्मा के रूप में पहला ब्राह्मण सीएम मिला था, लेकिन इसके बाद राज्य में कोई भी ब्राह्मण सीएम नहीं बना है।

उन्होंने कहा कि 2014 में रामबिलास शर्मा के साथ धोखा हुआ, जबकि उन्होंने पार्टी के लिए सब कुछ किया। उनके नाम पर सरकार बनाई गई। उन्होंने कहा कि वो इस मामले को पार्टी हाईकमान के सामने उठाएंगे। बीजेपी नेता ने कहा- “मैंने इस बारे में अब तक बात नहीं की है, लेकिन पीएम मोदी और अमित शाह से मैं इस बारे में बात करूंगा। मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए, हम लोगों की सेवा करना चाहते हैं”।

रोहतक जिले के पहरावर गांव में परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को आयोजित ब्राह्मण समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि हरियाणा को एक ब्राह्मण मुख्यमंत्री की जरूरत है, यहां तक ​​कि उन्होंने पार्टी के मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक ऐसा नेता कहा जो “अपना दिमाग लगाकर कोई काम नहीं करेते हैं”।

उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ब्राह्मण समाज को जमीन देना चाहते हैं, लेकिन मनीष ग्रोवर सरकारी चिट्ठी अभी न देने के लिए उनको पट्टी पढ़ा रहे हैं। अरविंद शर्मा ने कहा- “पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर के समर्थन में राजनीतिक बयान देना मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी राजनीति भूल थी, जिसको शायद ही मैं सुधार पाऊं”।

बता दें कि अरविंद शर्मा 2019 में दीपेंद्र हुड्डा को हराकर सांसद बन हैं। वो भी उस सीट से जो हुड्डा परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। रोहतक से जीतकर संसद पहुंचे शर्मा राज्य में बीजेपी के मुख्य ब्राह्मण चेहरा हैं। इन हरियाणा में ब्राह्मण समाज के एक जमीन को लेकर हंगामा मचा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में 2009 में पहरावर गांव की पंचायत ने 15 एकड़ से ज्यादा जमीन गौड़ ब्राह्मण प्रचारिणी सभा को दी थी। इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पास हुआ था। जमीन 33 साल की लीज पर दी गई थी। बाद में वह नगर निगम के पास चली गई। ब्राह्मण समाज जमीन दोबारा गौड़ ब्राह्मण संस्था को देने की मांग कर रहा है।