हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी COVID-19 से संक्रमित हो गए हैं। सोमवार को उन्होंने इस बात की ट्वीट कर जानकारी दी। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि जो भी लोग हाल-फिलहाल में मेरे संपर्क में आए हों, वे भी अपना टेस्ट करा लें। साथ ही जो मेरे करीबी हैं, वे कड़ाई के साथ क्वारंटीन में चले जाएं।
सीएम खट्टर में संक्रमण की पुष्टि तब हुई है, जब हरियाणा विधानसभा का मॉनसून सत्र दो दिन बाद शुरू होना है। इससे पहले, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और भाजपा के दो विधायकों की जांच में सोमवार को कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई। राज्य के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि विधानसभा के छह कर्मचारियों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। विज ने पीटीआई-भाषा से कहा, “विधानसभा अध्यक्ष (गुप्ता) तथा विधायक असीम गोयल और राम कुमार की जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है।” गुप्ता पंचकूला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, गोयल अंबाला शहर से और कुमार इंदरी से विधायक हैं।
I was tested for Novel Corona Virus today. My test report has returned positive.
I appeal to all colleagues and associates who came in my contact over the last week to get themselves tested. I request my close contacts to move into strict quarantine immediately.
— Manohar Lal (@mlkhattar) August 24, 2020
विधानसभा अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा सदन की अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले दिन की शुरुआत में गुप्ता ने ट्वीट किया कि रविवार को उनकी कोरोना वायरस जांच हुई थी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि वह ठीक महसूस कर रहे हैं और डॉक्टरों की सलाह पर वह घर में ही पृथक-वास में रह रहे हैं।
गुप्ता ने पिछले दिनों संपर्क में आए लोगों से अपनी जांच कराने और पृथक-वास में रहने को कहा है। स्वास्थ्य मंत्री के सुझाव पर गत सप्ताह विधानसभा अध्यक्ष ने हरियाणा विधानसभा परिसर में बुधवार से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र के दौरान प्रवेश करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए “कोविड-19 निगेटिव” प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया था।
सत्र शुरू होने से पहले सभी विधायकों, अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्री, विधानसभा के कर्मचारी और अन्य अधिकारियों को अपनी कोविड-19 की जांच करवा कर रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है। रिपोर्ट तीन दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।
इससे पहले विज ने राज्य के सभी 22 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जो भी विधायक जांच करवाना चाहते हैं, उनके नमूने ले लिए जाएं। चंडीगढ़ में इसके लिए एक विशेष शिविर लगाया गया है, जहां विधानसभा और राज्य सरकार के अधिकारी, मीडिया कर्मी और विधायक अपने नमूने दे सकते हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)