हरियाणा के गुरुग्राम में एक नाबालिग लड़की को प्रताड़ित करने और उसके साथ मारपीट करने के आरोप में बुधवार को एक दंपति को गिरफ्तार किया गया था। कपल ने 17 वर्षीय नाबालिग को हाउस हेल्प के रूप में काम पर रखा और फिर उस पर बेइंतहा जुल्म ढाए। अब इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार को प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक को गिरफ्तार कर लिया, जहां से नाबालिग को काम पर रखा गया था। साथ ही एक अन्य व्यक्ति जिसने उसकी भर्ती में मदद की थी उसे भी गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि कपल ने प्लेसमेंट एजेंसी को 30,000 रुपये दिए थे।

कपल ने प्लेसमेंट एजेंसी को दिए थे 30 हजार रुपये

पुलिस ने बताया कि प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक अरुण कुमार तुरी और अन्य आरोपी मनीष नाग झारखंड के रहने वाले हैं। पुलिस जांच में पाया गया कि अरुण ने आरोपी दंपति से 30,000 रुपये लिए थी और उस राशि में से 10,000 रुपये मनीष को अपने कमीशन के रूप में दिए।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “अरुण दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है। जांच में पाया गया कि एजेंसी पंजीकृत नहीं है। मनीष हाउसकीपिंग का काम करता है और लॉकडाउन के बाद से ही अरुण के संपर्क में है। नाबालिग के मामा की झारखंड से ही मनीष से जान पहचान थी और जब वह दिल्ली आया तो उसने मनीष से संपर्क किया। नाबालिग के मामा ने उसके लिए नौकरी की व्यवस्था करने को कहा क्योंकि उसका परिवार आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहा था। मनीष लड़की को अरुण के पास ले गया, जिसने बदले में उसे कपल का पता दिया और मनीष लड़की को गुरुग्राम ले आया।”

जिला अदालत में पेश किए जाएंगे अरुण और मनीष

पुलिस ने कहा, “अरुण और मनीष को शनिवार को जिला अदालत में पेश किया जाएगा और मामले में किसी और के शामिल होने की जांच के लिए उन्हें आगे की पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा। जांच में पाया गया है कि अरुण के खिलाफ झारखंड में मानव तस्करी की दो FIR दर्ज हैं और दोनों ही मामलों में उसे गिरफ्तार नहीं किया गया था और अपराधी घोषित किया गया था। हमने झारखंड पुलिस टीम को सूचित कर दिया है और उसी के अनुसार आगे की जांच की जाएगी।”

क्या है मामला?

गुरुग्राम के कपल ने नाबालिग को काम पर रखा था और उस पर बेइंतहा जुल्म ढाए थे। आरोपी दंपति ने नाबालिग के शरीर को गर्म चिमटे से दागा, उसकी डंडे से बेरहमी से पिटाई की। झारखंड की रहने वाली 17 वर्षीय लड़की को पांच महीने तक प्रताड़ित किया गया था जिसके बाद मंगलवार को उसे बचाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।

(Story by Pavneet Singh Chadha)