हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने बुधवार को एक नाबालिग लड़की को प्रताड़ित करने और उसके साथ मारपीट करने के आरोप में एक दंपति को गिरफ्तार किया है। कपल ने नाबालिग को घरेलू सहायिका के रूप में काम पर रखा था। दंपति ने नाबालिग को काम पर रखा और फिर उस पर बेइंतहा जुल्म ढाए। आरोपी दंपति ने नाबालिग के शरीर को गर्म चिमटे से दागा, उसकी डंडे से बेरहमी से पिटाई की।
Gurugram: डस्टबिन से खाना उठाकर अपनी भूख मिटाती थी नाबालिग
पुलिस ने कि झारखंड की रहने वाली 17 वर्षीय लड़की को पांच महीने तक प्रताड़ित किया गया। जिसके बाद मंगलवार को उसे बचाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने जानकारी दी कि गुरुग्राम की साइबर सिटी में 17 साल की नाबालिग को पुलिस और ‘वन स्टॉप सेंटर’ सखी के संयुक्त दल ने एक दंपति के चंगुल से छुड़ाया है। आरोपी दंपति ने नाबालिग के शरीर को गर्म चिमटे से दागा, उसकी डंडे से बेरहमी से पिटाई की। इतना ही नहीं, आरोपी दंपति कई दिन तक उसे खाना भी नहीं देते थे। पीड़ित डस्टबिन से खाना उठाकर अपनी भूख मिटाती थी।
नाबालिग दंपति के घर घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। उसके हाथ, पैर और चेहरे पर चोट के कई निशान पाए गए हैं। सखी केंद्र प्रभारी पिंकी मलिक द्वारा दायर की गई शिकायत के अनुसार, झारखंड की रांची निवासी किशोरी को एक ‘प्लेसमेंट एजेंसी’ के माध्यम से काम पर रखा गया था।
गर्म लोहे के चिमटे से नाबालिग को मारा, ब्लेड से काटा
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, बुधवार को अस्पताल में भर्ती पीड़ित ने अधिकारियों को बताया, “मुझे रस्सी, लाठियों से पीटा गया था। उन्होंने मेरे हाथ और मेरे होठों के पास काटने के लिए ब्लेड का इस्तेमाल किया। उन्होंने मुझे गर्म लोहे के चिमटे से मारा और माचिस की तीली का इस्तेमाल किया। कपड़े धोते और घर का काम करते हुए उन्होंने मुझसे कपड़े उतरवाए। अक्सर मैं फर्श पर बिना कपड़ों के सोती थी। उन्होंने मेरे लाए हुए कपड़े फाड़ डाले। उन्होंने मेरे कपड़े उतारे और मुझे डंडे से पीटा। एक बार तो उन्होंने मेरा गला घोंटने की कोशिश की और मुझे जान से मारने की धमकी दी।”
लड़की ने आगे बताया, “मुझे रात में खाने के लिए केवल एक ही समय भोजन दिया जाता था वो भी एक छोटी कटोरी चावल। मैंने कभी-कभी कूड़ेदान से बचा हुआ खाना भी खाया है। मैं खुद को असहाय महसूस कर रही थी और किसी को बताने से डर रही थी। उनका कहना था कि मैंने समय पर काम नहीं किया इसलिए वे मुझे मार रहे हैं।”
आरोपी दंपति गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी दंपति को अरेस्ट कर लिया है। उन्होंने बताया कि आरोपी मनीष खट्टर (36) और उसकी पत्नी कमलजीत कौर (34) को बुधवार को शहर की एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मनीष को दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया जबकि कमलजीत को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
आरोपी दंपति को कंपनी ने नौकरी से निकाला
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार दंपती न्यू कॉलोनी में रहते हैं। उन्होंने बताया कि कौर एक निजी कंपनी में जनसंपर्क अधिकारी हैं, जबकि उनके पति एक बीमा कंपनी में कार्यरत हैं। आरोपों के सामने आने के बाद पीआर फर्म मीडिया मंत्रा के संस्थापक उदित सागर पाठक ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कंपनी ने कमलजीत कौर की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का फैसला किया है।
वहीं, खट्टर के नियोक्ता, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस ने ट्वीट किया कि वे “हर समय नैतिक और नैतिक आचरण के उच्च स्तर को बनाए रखने में विश्वास करते हैं। हमने तत्काल प्रभाव से व्यक्ति की सर्विस को समाप्त कर दिया है।”