पाटीदार नेता हार्दिक पटेल इन दिनों कांग्रेस से इस्तीफा देने को लेकर सुखियों में है। हाल ही में उन्होंने एबीपी न्यूज पर एक इंटरव्यू दिया, जिसमें सभी मुद्दों पर खुलकर बातचीत है। इसी बीच हार्दिक अपने परिवार के भाजपा से जुड़े होने की बात भी बताई।

हार्दिक ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मेरे पिताजी भाजपा से जुड़े हुए थे। मांडल जब आनंदीबेन पटेल चुनाव लड़ती थी तो अक्सर वे हमारे घर आया करती थी। उस समय हमारे परिवार का सबमर्सिबल पंप का व्यापार था। हमारे परिवार में जीप थी, जिस पर बैठकर आनंदीबेन पटेल चुनाव प्रचार करने जाती थी। पापा का रिश्ता भाजपा से था, इस वजह से आपने देखा होगा कि मैं पाटीदार आंदोलन के दौरान आनंदीबेन पटेल को बुआ कहकर संबोधित करता था।

पिता की मौत पर कोई कांग्रेस नेता नहीं आया: हार्दिक ने बताया कि कोरोना के दौरान जब उनके पिता की मृत्यु हो गयी थी तो कोई भी गुजरात कांग्रेस से बड़ा नेता उनसे मिलने नहीं आया। जिन लोगों की खातिर हम लड़ें, लेकिन दुख के समय कोई भागीदार बनने नहीं आया। इस घटना ने मुझे अंदर से हिलाकर रख दिया था।

कांग्रेस नहीं चाहती पटेल मजबूत: हार्दिक ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि “पार्टी नहीं चाहती कि पटेल समाज के नेता मजबूती से पार्टी के आगे अंदर बढ़े। मजबूत लोगों को पार्टी से हटाने का कार्य किया जा रहा है। मेरा ही उदाहरण ले लीजिए, राहुल गांधी को पता था कि हार्दिक को गुजरात कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप परेशान कर रही है। वे गुजरात में 6 घंटे के लिए रैली करने आए तो क्या पांच मिनट के लिए मुझसे मिल नहीं सकते हैं।

अपने इस्तीफे के बारे बताते हुए कहा कि मैंने कांग्रेस में किसी पद के लिए इस्तीफा नहीं दिया है। मैं सीनियर लीडरशिप से बार-बार जाकर कह रहा था कि आप मुझे काम दीजिए और मेरी जिम्मेदारी तय कीजिए। मैं कोई यहां सिद्धू बनने नहीं आया हूं।

भाजपा में जाएगे हार्दिक?: जब हार्दिक से सवाल पूछा गया कि आप कांग्रेस छोड़ चुके है। आम आदमी पार्टी में आप जा नहीं रहे हैं, इसके भी संकेत दे दिए हैं। वहीं, भाजपा की ओर आपका रूख नरम दिखाई दे रहा है। इस पर हार्दिक ने पहले गोल-मोल जवाब दिया लेकिन जब उनसे थोड़ा जोर देकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आप इतना ही जोर दे रहे हैं तो आप मान सकते हैं कि मैं भाजपा में जा रहा हूं।