कांग्रेस पार्टी अपना जनाधार बढ़ाने और खोई हुई साख फिर से अर्जित करने के लिए तेजी से प्रयास कर रही है। कई राज्यों में अगले एक साल के अंदर विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इनमें सबसे प्रमुख गुजरात राज्य का चुनाव है। इसको देखते हुए पार्टी की राज्य इकाई और प्रदेश के नेता भी अपने स्तर से तैयारी में लगे हुए हैं। गुजरात में उद्योगपति लेउवा पाटीदार नेता नरेश पटेल को भी कांग्रेस पार्टी में लाने की बात चल रही है। हालांकि खुद नरेश पटेल चाहते हैं कि गुजरात में प्रशांत किशोर कांग्रेस के चुनाव अभियान को संभालें।
ऐसा लगता है कि पार्टी ने उन्हें शामिल करने का मन बना लिया है। वह प्रभावशाली हैं और राज्य के करीब एक दर्जन जिलों में उनका सीधा प्रभाव है। इस बीच कांग्रेस में किशोर की आलोचना करने वालों का कहना है कि वह और पटेल मिलकर काम कर रहे हैं। उनका दावा है कि किशोर चाहते हैं कि पार्टी पटेल को अपने चेहरे के रूप में पेश करे और पटेल किशोर को चुनावी रणनीतिकार के रूप में पेश करना चाहते हैं।
पटेल श्री खोदलधाम ट्रस्ट (एसकेटी) के अध्यक्ष हैं, जो राजकोट के पास कागवाड़ में लेउवा पाटीदार समुदाय की संरक्षक देवी खोडियार के भव्य मंदिर का प्रबंधन करता है। कांग्रेस का मानना है कि उनके प्रवेश से लेउवा पाटीदार समुदाय को पार्टी की ओर खींचने में मदद मिलेगी। राजनीतिक रूप से प्रभावशाली समुदाय मुख्य रूप से सौराष्ट्र क्षेत्र में केंद्रित है।
पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में लाने के लिए कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता उनसे पहले भी संपर्क कर चुके हैं। इनमें सबसे प्रमुख नाम राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत हैं। इसके अलावा गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भरत सिंह सोलंकी ने भी उनसे मुलाकात की थी।
हालांकि वह राजनीति में कब और किस दल के साथ कदम रखेंगे, इसको लेकर भी संशय है। कई दल उनके संपर्क में हैं, लेकिन वे अंतिम फैसला लेने से पहले आम जनता की राय जानना चाहते हैं। इसके लिए उनके ट्रस्ट की एक सर्वेक्षण समिति अपने सूत्रों से जिला, तालुका और ग्राम स्तर पर घर-घर जाकर लोगों की राय ले रही है।