Gujarat CM Oath: सोमवार (12 दिसंबर) को भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) ने दोबारा गुजरात (Gujarat) के सीएम के तौर पर शपथ ली। वहीं उनके साथ 16 और विधायकों ने मंत्री पद की शपथ। ऐसे में गुजरात के पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल (Nitin Patel) से एक टीवी चैनल के रिपोर्टर ने सवाल किया कि अगर आप भी चुनाव लड़े होते तो आज आप भी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते? इस सवाल पर नितिन पटेल ने जबाव दिया कि मैं ऐसे ख्याली पुलाव नहीं पकाता।

निजी न्यूज चैनल आजतक से बात करते हुए नितिन पटेल ने कहा, “गुजरात में सबका विश्वास जीतकर लगातार सरकार बनाना, बड़ी बात है। देश में ऐसी कोई पार्टी नहीं है, जिसने एक राज्य में इतने दिनों तक लगातार सरकार बनाई हो।” वहीं रिपोर्टर ने सवाल किया, “इस बार आपने खुद सामने से कहा कि आप चुनाव नहीं लड़ेंगे, अगर लड़े होते तो आज शायद आप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे होते।”

इस सवाल पर नितिन पटेल ने कहा कि ऐसा ख्याली पुलाव मैं नहीं पकाता। वहीं नितिन पटेल ने कहा, “हमारे 156 विधायक चुने गए है, जनता के इस प्यार से ही विरोधी दलों को सोचना होगा कि ऐसा क्यों हुआ। हमने लगातार 27 साल तक लोगों की सेवा की है। नरेंद्र भाई मोदी (Narendra Modi) के सीएम रहने के दौरान से ही उन्होंने विकास की जो यात्रा शुरू की, वो आतक चल रही है।”

Gujarat Bhupendra Patel Government: हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और रिवाबा जडेजा का नाम नहीं:

बता दें कि गुजरात में कुछ और भी ऐसे चेहरे हैं, जिनको लेकर उम्मीद जताई जा रही थी कि उन्हें भूपेंद्र पटेल की नई कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसमें हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, रिवाबा जडेजा जैसे नाम शामिल हैं। मालूम हो कि हार्दिक पटेल गुजरात में पाटीदार नेता के तौर पर तेजी से उभरे, वहीं पिछड़ा वर्ग के नेता के तौर पर अल्पेश ठाकोर ने भी अपनी पहचान बनाई है। ये दोनों लगभग एक ही समय में अलग-अलग आंदोलन से राज्य में तेजी से आगे बढ़े हैं। बता दें कि भाजपा ने हार्दिक को विरमगाम और अल्पेश गांधीनगर दक्षिण सीट से टिकट दिया और दोनों ने जीत दर्ज की है।

Nitin Patel: चुनाव न लड़ने पर क्या कहा था नितिन पटेल ने:

गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले नितिन पटेल ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे लेकिन वो बीजेपी उम्मीदवार की जीत के लिए काम करेंगे।

कई दिग्गजों ने किया था चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान:

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी चुनाव न लड़ने का फैसला कर कहा था, “मैंने सभी के सहयोग से पांच साल सीएम के रूप में काम किया। अब चुनावों में पार्टी के नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए। मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, इसके लिए मैंने वरिष्ठों को पत्र भेजकर दिल्ली को अवगत करा दिया है। हम चुने हुए उम्मीदवार को जिताने के लिए काम करेंगे।”

बता दें कि भूपेंद्र पटेल ने दूसरी बार गुजरात के सीएम के तौर पर 12 दिसंबर को शपथ ली। इसमें 8 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री, 2 विधायकों ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 6 विधायकों ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए।