Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस (Congress) ने अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया। 2017 के चुनावों में जहां पार्टी ने 77 सीटें जीतीं थीं, वहीं इस बार कांग्रेस सिर्फ 17 सीटों पर कब्जा कर पायी। गुजरात में पार्टी की हार के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने हार के लिए राज्य इकाई को दोषी ठहराया और कहा कि परिणाम राज्य के संगठन के खराब प्रदर्शन के कारण था। आत्मावलोकन का वादा करते हुए पार्टी ने कहा कि यह नया नेतृत्व लाने और कड़े फैसले लेने का समय है।
पार्टी ने जोर देकर तर्क दिया कि गुजरात चुनाव अभियान में राहुल गांधी की अनुपस्थिति ने परिणाम को प्रभावित नहीं किया था। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस के अभियान और स्थानीय नेतृत्व में कमियां थीं। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने सूरत और राजकोट में केवल दो रैलियों को संबोधित किया था।
2017 के चुनाव में Congress को मिली थीं 77 सीटें: पार्टी ने तर्क दिया कि कांग्रेस ने 2017 में बड़ी जीत हासिल की थी जब वह भाजपा को 100 से कम सीटों पर सीमित करने में कामयाब रही थी। 2017 के चुनाव में कांग्रेस के गुजरात चुनाव अभियान को राहुल गांधी ने पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर निर्देशित किया था। उन चुनावों में कांग्रेस को 77 और भाजपा को 99 सीटें मिली थीं।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एआईसीसी के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि गुजरात के नतीजे कांग्रेस के लिए बेहद निराशाजनक और उसकी उम्मीदों से काफी नीचे हैं। उन्होंने कहा कि यह आत्मनिरीक्षण का समय है और नया नेतृत्व लाने का समय है। उन्होंने कहा, “यह आत्मनिरीक्षण का समय है, कड़े फैसलों का समय है और स्थानीय नेतृत्व के बारे में सोचने का समय है।”
स्थानीय नेतृत्व में कमी से हारी Congress: गुजरात में हार के लिए कौन जिम्मेदार है, इस सवाल के जवाब में जयराम रमेश ने कहा कि स्थानीय नेतृत्व में कमियां हैं और अभियान में कमियां निश्चित रूप से दिखाई दे रही हैं। उन्होंने तर्क दिया कि चुनाव डर के माहौल में हुआ था और मतदाताओं को दबाया गया था। यह पूछे जाने पर कि क्या परिणाम के लिए भारत जोड़ो यात्रा जिम्मेदार है, उन्होंने कहा, बिल्कुल नहीं।
यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल ने गुजरात में प्रचार के लिए अधिक समय दिया होता तो परिणाम अलग होता, उन्होंने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा और चुनाव अलग हैं। चुनाव प्रक्रिया बिल्कुल अलग है। यह राष्ट्रीय चुनाव नहीं था। विधानसभा का चुनाव था। वहीं विधानसभा चुनाव के लिए कितना भी प्रचार केंद्रीय नेता करे अंततः लोग स्थानीय नेतृत्व की ओर देखते हैं। गुजरात में कमियां थीं जिनका हमें मूल्यांकन करना होगा और सुधार करना होगा।” उन्होंने कहा कि पार्टी को 2017 और 2022 के बीच हुई कमियों पर आत्मनिरीक्षण करना होगा।