जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू) में अफजल गुरु पर हुए कार्यक्रम विवाद पर उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने नोटिस भेजे गए छात्रों को जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय और दिया है।
जिन 21 छात्रों को जेएनयू के नियम के उल्लंघन का दोषी पाकर कारण बताओ नोटिस जारी किया था, उन्हें बुधवार तक जवाब देना था। लेकिन बुधवार शाम को जेएनयू प्रशासन ने इसे बढ़ा दिया। अब उन्हें 18 मार्च तक जवाब देना है। छात्रों ने तय सीमा में जवाब नहीं दिए।
माना जा रहा है कि जिन छात्रों को नोटिस जारी किए गए हैं उनमें कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के नाम भी शामिल हैं। नौ फरवरी को हुई देश विरोधी नारेबाजी के मामले की जांच में विश्वविद्यालय के कुलपति के निर्देश पर 21 छात्रों को दोषी मानते हुए मुख्य प्रॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी ने कुलपति को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। देशविरोधी नारे मामले में समिति ने 5 दिन पहले विश्वविद्यालय के कुलपति को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। सोमवार को विश्वविद्यालय की तरफ से प्रेस नोट जारी कर केवल इस बात की जानकारी दी गई कि कुछ छात्रों को उच्च स्तरीय कमेटी ने प्रथमदृष्टया विश्वविद्यालय के नियम के खिलाफ जाने का कसूरवार पाया है।