Ghaziabad News: जैसलमेर के एक खेत में तीन दशक तक कथित तौर पर बंधक बनाए जाने के बाद भीम सिंह यानी राजू के अपने परिवार के पास वापस लौटने की चमत्कारिक कहानी लगातार मुश्किल होती जा रही है। अब मामले में एक नया खुलासा यह हुआ है कि लोगों का लापता बेटा बनकर उनकी भावनाओं से खिलवाड़ करने वाला राजू मूलरूप से राजस्थान का रहने वाला है। उस को बचपन में ही परिवार से बेदखल कर दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बात की जानकारी यूट्यूब पर आए कमेंट में मिली है। दो लोगों ने कमेंट करके कहा कि राजू का मूल परिवार राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले का है। हालांकि, पुलिस की तरफ से कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है। मामले की जांच के लिए ट्रांस हिंड पुलिस की एक टीम को राजस्थान भेजा जाएगा। पुलिस इस मामले की गुत्थी को बहुत ही जल्दी सुलझा सकती है।
जैतसर का रहने वाला है राजू
एक शख्स ने बताया कि राजू का असली नाम इंद्राज है और यह जैतसर का रहने वाला है। इस व्यक्ति को इसके परिवार के लोगों ने बहुत ही पहले घर से निकाल दिया था। अभी तक जांच करने के बाद में 6 से ज्यादा परिवार पुलिस के सामने आए हैं। यहां पर राजू उनका बेटा बनकर रह रहा था। जब वह एक परिवार में काफी दिन तक रहता और काम का प्रेशर पड़ता तो वह भागकर दूसरे परिवार की तलाश में जुट जाता। ट्रांस हिंडन के डीसीपी ने कहा कि जानकारी के सत्यापन के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी मांओं की ममता के साथ खेल चुका है राजू
डीएनए टेस्ट के लिए राजू के सैंपल लैब भेजे गए
राजू शहीदनगर के रहने वाले तुलाराम का 31 साल पहले लापता हुआ बेटा है या कोई और इस राज से करीब एक हफ्ते बाद पर्दा उठ जाएगा। डीएनए टेस्ट के लिए राजू और तुलाराम को दिल्ली ले जाया गया। यहीं पर दोनों के सैंपल पुलिस की निगरानी में लेकर टेस्टिंग के लिए लैब भेज दिए गए हैं। डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट ही राजू के राज से पर्दा उठाएगी। वहीं दूसरी तरफ पुलिस को राजू के फोन नंबर की कॉल डिटेल रिकॉर्ड भी मिल गई है। इसकी गहनता से जांच की जा रही है। मामले के जल्द ही सुलझने के आसार हैं। साहब! झाड़ू-पोंछा कर लूंगा पर थाने में ही रहने दो, 31 साल बाद परिवार से मिले राजू ने कही ये बात पढ़े पूरी खबर…