यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रधानमंत्री अन्न योजना की अवधि बढ़ाने का ऐलान किया। उन्होंने अयोध्या में कहा कि, “हमारी सरकार ने तय किया है कि प्रधानमंत्री अन्न योजना का लाभ मार्च तक देंगे। इसमें अंत्योदय परिवार को 35 किलो खाद्यान्न के साथ-साथ दाल, खाद्य तेल, एक किलो नमक, एक किलो चीनी उपलब्ध कराएंगे।”
यह योजना पहले दिवाली तक थी। प्रदेश सरकार ने इसे बढ़ाकर मार्च तक कर दिया है। यह दिसंबर से जारी हो जाएगा। इस योजना से गरीबों खासकर बेसहारा लोगों काे काफी लाभ मिलता है। सरकार के इस ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे चुनावी योजना बताते हुए तंज कसे हैं। कहा कि मार्च तक अवधि इसीलिए बढ़ाई गई है ताकि लाभार्थियों का वोट भाजपा को मिल सके।
एस.शौर्य@SShaurya19 नाम के एक यूजर ने लिखा, “यूपी चुनाव तक गरीबों के लिए अहसास रहेगा, उसके बाद सत्ता मिलते ही असली रंग दिखाएंगे।” मत्स्येंद्र नाम के एक अन्य यूजर@matsyendra91 ने लिखा, “अब तो पूरा विपक्ष एक साथ हो जाए तो भी बाबाजी का बाल भी बांका नहीं कर सकते।”
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से देश के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिक जैसे की सड़क पर रहने वाले, कूड़ा उठाने वाले, फेरी वाले, रिक्शा चालक, प्रवासी मजदूर आदि को प्राथमिकता दी जाती है। हालांकि शुरू में यह योजना सिर्फ तीन महीनों के लिए थी, लेकिन बाद में इसे कई बार बढ़ाया गया। दीपावली पर यूपी सरकार ने इसे मार्च तक बढ़ाने की घोषणा की।
इस घोषणा के तहत देश के जिन प्रवासी मजदूरों के पास राशन कार्ड नहीं है, उन मजदूर परिवारों को हर महीने 5 किलो चावल/गेहूं और 1 किलो चना सरकार की ओर से दिया जाता है। भारत सरकार इस पहल पर 26,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर रही है।
किसे मिलता है इस योजना का लाभ?
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ पाने के लिए आपके पास राशन कार्ड होना अनिवार्य है। राशन कार्ड में जितने लोगों के नाम दर्ज हैं, उसी हिसाब से सभी को पांच पांच किलो अनाज उपलब्ध करवाया जाता है। अगर राशन कार्ड में 4 लोगों के नाम दर्ज हैं तो सभी को 5-5 किलो यानी कुल 20 किलो अनाज मिलेगा। यह अनाज आपको हर महीने मिलने वाले अनाज से अलग होगा। आप जिस सरकारी राशन दुकान से अपना अनाज लेते हैं, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मिलने वाला अनाज भी वहीं से मिलेगा।