मौसम विभाग (आइएमडी) ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में तेज ठंड के बीच शनिवार सुबह घना कोहरा छाया रहा। जिससे दृश्यता गिर कर 50 से 100 मीटर रह गई। वहीं औसत से ऊपर चल रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे लुढ़क गया। शनिवार को यह 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं अधिकतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से चार डिग्री नीचे रहा।
उत्तर भारत में लगातार हो रही बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों ने कोहरे की चादर ओढ़ ली है। इसका असर शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में वाहनों की रफ्तार पर भी देखा गया। सुबह व शाम के व्यस्त समय में वाहन अपनी लाइटों के साथ चलते नजर आए। कोहरे के कारण कई इलाकों में दुर्घटनाएं भी देखने को मिली। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में कोहरा और बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त पश्चिमी विक्षोभ के कारण इस सप्ताह फिर से बारिश के आसार जताए जा रहे हैं।

कोहरे का आलम यह रहा कि सफदरजंग वेधशाला में सुबह साढ़े आठ बजे दृश्यता गिर कर महज 100 मीटर रह गई, जबकि पालम वेधशाला में यह के वल 50 मीटर दर्ज की गई। कोहरे की सघनता अन्य इलाकों में भी अधिक देखी गई। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए दिन भर घना कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान जताया था। हालांकि दिन में धूप खिलने के बाद कोहरा भी कुछ हद तक छंट गया।

इस बीच दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में भी सुधार दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रही। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक देर रात 197 दर्ज किया गया, जो कि मध्यम दर्जे में आता है। इसके बाद से श्रेणी खराब होनी शुरू हो जाती है।

राजधानी में लोग ठंड से बचने के लिए घरों में हीटर व अन्य बिजली के उपकरणों का उपयोग कर रहे। वहीं सड़क के किनारे बाजारों व कालोनियों में लोग अलाव का सहारा लेते भी दिखे। पिछले कुछ दिनों के शीतलहरी के बाद अब दिल्ली में कोहरे का प्रभाव बढ़ा है।