नोएडा में मिनी कनॉट प्लेस के रूप में चर्चित सेक्टर-18 में पार्किंग की समस्या के स्थाई समाधान को पजल पार्किंग बनाने की तैयारी है। कम समय और कम लागत से बनने वाली पजल पार्किंग परियोजना के लिए नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर जारी किए हैं। ट्रायल के रूप में पहली पजल पार्किंग इस साल दिसंबर तक तैयार होने की उम्मीद है। इस पार्किंग में एक साथ 100 गाड़ियां खड़ी हो सकेंगी। इसकी सफलता के आधार पर ही अन्य जगहों पर ऐसी पार्किंग व्यवस्था बनाने का फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि सेक्टर-18 में रेडिसन होटल के पास प्राधिकरण करीब 250 करोड़ रुपए की लागत से मल्टी लेवल कार पार्किंग का निर्माण भी हो रहा है। इसमें दो बेसमेंट और छह मंजिल ऊंची पार्किंग होगी। यहां करीब 3085 कारें खड़ी हो सकेंगी। इसका डिजाइन दिल्ली स्कूल आॅफ डिजाइन एंड आर्किटेक्चर ने बनाया है। दिसंबर माह के अंत तक इस पार्किंग का काम पूरा कर लिया जाएगा। सेक्टर- 18 के व्यापारियों और ट्रेडर्स असोसिएशन की मांग पर प्राधिकरण ने जुलाई 2013 में मल्टी लेवल कार पार्किंग बनाने का काम शुरू किया था। पजल पार्किंग परियोजना के लिए कंसलटेंट कंपनी स्थान का चयन अगले कुछ दिनों में कर लेगी। इसके बाद 100 कारों की क्षमता वाली पहली पार्किंग बनाई जाएगी। इसकी सफलता के बाद अन्य 30 जगहों पर ऐसी और पार्किंग बनाया जाएगा।
क्या है पजल पार्किंग व्यवस्था?
पजल का खेल तो आपने खेला ही होगा। इसी के आधार पर स्टील के इस्तेमाल ऐसे ही चौकोर ब्लॉक बनाए जाते हैं। जो लिफ्ट और एलिवेटर की सहायता पार्क कार को आगे-पीछे या ऊपर नीचे किए जा सकते हैं। इस तरह की पार्किंग को प्रणाली तैयार करने में 4-6 महीनों में बनाया जा सकता है। इस प्रणाली के जरिए कम जगह में ज्यादा वाहनों को खड़ा करने की व्यवस्था की जा सकती है।