दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास शुक्रवार (13 मई 2022) शाम लगी भीषण आग में 27 लोगों की मौत हो गयी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आग लगने की घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को शनिवार को 10 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है। इस घटना में 27 लोगों की मौत हुई है। सीएम केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने स्थिति का जायजा लेने के लिए घटनास्थल का दौरा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि आग भीषण थी और शव इस हद तक झुलस गए थे कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है। केजरीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार लापता लोगों और मृतकों की पहचान के लिए मदद मुहैया करा रही है।’’ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार (13 मई 2022) की रात घटनास्थल का दौरा किया था।
पीएम ने किया मुआवजे का ऐलान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना पर शोक जताते हुए घोषणा की कि दिल्ली के मुंडका में आग लगने की घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे। डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने आज शाम दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास आग लगने वाली इमारत के मालिक हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में लिया है।
राष्ट्रपति-गृहमंत्री ने जताया शोक: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आग की इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। गृहमंत्री अमित शाह ने आग लगने की इस घटना पर शोक जताते हुए कहा, “दिल्ली के मुंडका में आग लगने की घटना बहुत दुःखद है। मैं संबंधित अधिकारियों से लगातार संपर्क में हूँ,प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा है। NDRF भी वहाँ शीघ्र पहुँच रही है। लोगों को वहाँ से निकालना व घायलों को तुरंत उपचार देना हमारी प्राथमिकता है।” दिल्ली पुलिस ने बताया कि आग इमारत की पहली मंजिल से शुरू हुई जहां एक सीसीटीवी कैमरों और राउटर निर्माण कंपनी का कार्यालय है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक कंपनी के मालिक को हिरासत में लिया गया है।
अपनों की तलाश में परेशान परिजन: मुंडका में आग की घटना के बाद परेशान परिजनों को प्रियजनों के बारे में सूचना का इंतजार है। कुछ लोग अपनों की तलाश में शुक्रवार की रात संजय गांधी अस्पताल पहुंचे। इनमें प्रवीण के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं, जिन्होंने बताया कि शुक्रवार को मुंडका की इमारत में आग लगने के बाद से वह उसकी तलाश कर रहे हैं। उनके परिवार ने कहा ”हमें नहीं पता कि वह कहां है। अस्पताल के अधिकारी भी कुछ नहीं बता रहे हैं। प्रवीण का फोन नहीं मिल रहा है। हम बस उम्मीद कर रहे हैं कि वह ठीक हो।”
वहीं, 21 साल की मोनिका तिवारी घटना के बाद से लापता हैं। उन्होंने पिछले महीने ही कंपनी में काम शुरू किया था। उनके भाई अजित तिवारी ने कहा, ‘‘उसने पिछले महीने सीसीटीवी कैमरा पैकेजिंग ईकाई में काम शुरू किया था और बृहस्पतिवार को उसे पहली तनख्वाह मिली थी। हमें आग लगने के बारे में शाम पांच बजे सूचना मिली लेकिन यह अंदाजा नहीं था कि आग उसके कार्यालय की इमारत में ही लगी है। जब वह शाम सात बजे तक घर नहीं लौटी तो हमने उसकी तलाश शुरू की।’’
इमारत से कूदे लोग: दिल्ली डिप्टी चीफ़ फायर सर्विस ऑफिसर सुनील चौधरी के मुताबिक कुछ लोग आग के डर से इमारत से कूद गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिल्ली पुलिस को आग लगने की पीसीआर कॉल दोपहर 4.40 बजे मिली जिसके बाद कई पीसीआर गाड़ियां, एंबुलेंस और राहत बचाव दल मौके पर पहुंच गया। आग की यह घटना मुंडका मेट्रो स्टेशन के पिलर नंबर 544 के पास स्थित एक बिल्डिंग में हुई जोकि इलेक्ट्रानिक सामान का गोदाम है।