कांग्रेस की “भारत जोड़ो यात्रा” नवंबर के अंत तक मध्य प्रदेश में पहुंच सकती है। ऐसे में पार्टी की राज्य इकाई भी एक्टिव हो गई है। इसके चलते ग्वालियर में एक मीटिंग बुलाई गई, जिसमें मध्य प्रदेश के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे, लेकिन पार्टी में चल रही अंतर्कलह यहां सामने आ गई। इतना ही नहीं बैठक में कांग्रेसियों में बंदूकें तन गईं।
पार्टी मीटिंग शुरू होने पर सह प्रभारी योगेंद्र तोमर ने जिलाध्यक्ष से पूछा कि मीटिंग में कौन-कौन आया है और जो नहीं आया है उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही। इस पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह पूछने और कार्रवाई का अधिकारी सह प्रभारी को नहीं है। इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई और विवाद बढ़ गया। विवाद इतना बढ़ा कि दोनों नेता गाली-गलौज करने लगे और समर्थकों ने बंदूकें निकाल लीं। इस बीच वहां मौजूद पदाधिकारियों ने बीच-बचाव किया और किसी तरह मामला शांत करवाया।
इस मामले की शिकायत भोपाल और दिल्ली तक पहुंच गई है। जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने सह प्रभारी योगेंद्र तोमर को पार्टी से बाहर करने की मांग की है और कहा कि वह गांधीवादी विचारधारा वाले काम नहीं कर पाएंगे।
जिलाध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने कहा, “जो घटना घटी है, कुछ हथियारबंद जो आए थे उनका कांग्रेस से कुछ ज्यादा लेना देना नहीं था। वह आज तक कांग्रेस के किसी कार्यक्रम में आए नहीं और ना ही किसी पद पर रहे। पता नहीं किन परिस्थितियों में उनकी सह प्रभारी के तौर पर नियुक्ति हुई और पहले ही दिन वह ऐसे कर रहे थे जैसे कमलनाथ जी से सारे अधिकार लेकर आए हैं। तू-तड़ाक करके बात करना ये हरकतें हमारे पदाधिकारियों को बर्दाश्त नहीं हुईं।”
बता दें कि 8 सितंबर को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। राहुल गांधी की अगुआई में कांग्रेसी देश के विभिन्न इलाकों में पदयात्रा कर रहे हैं। अब यह यात्रा अपने 32वें दिन में पहुंच गई है। यात्रा के दौरान राहुल गांधी लोगों से मुलाकात कर रहे हैं।