पिछले दिनों हरिद्वार में हुए धर्म संसद में दिए गए हेट स्पीच पर विवाद गहराता जा रहा है। कार्रवाई की मांग के बीच अटल सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ये विवादित बयान बीजेपी के लिए फिट है।
एनडीटीवी के लिए लिखे गए एक लेख में पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार की तीखी आलोचना की है। यशवंत सिन्हा, अटल सरकार में वित्त मंत्री थे। हाल ही में पीएम मोदी से नाराजगी के बाद उन्होंने टीएमसी का दामन थाम लिया है। इस लेख में उन्होंने हरिद्वार हेट स्पीच मामले पर लिखा है कि ये सब सत्ता के लिए हो रहा है।
उन्होंने लिखा- “हमारी राष्ट्रीयता आज 1947 की तरह खतरे में नहीं है। इसके टूटने का कोई खतरा नहीं है। हम अपने लंबे इतिहास में पहले से कहीं अधिक सुरक्षित हैं। तो ये काल्पनिक डर क्यों फैलाए जा रहे हैं? सरल उत्तर है ‘शक्ति के लिए’। आज के शासक, चाहे केंद्र में हों या भाजपा शासित राज्यों में, सत्ता में बने रहने का एक ही सूत्र है, और वह है एक अटूट सांप्रदायिक विभाजन”।
उन्होंने आगे मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार के लिए कोविड कोई मुद्दा नहीं है। अर्थव्यवस्था कोई मुद्दा नहीं है। हमारी जमीन पर चीनी का कब्जा कोई मुद्दा नहीं है। यशवंत सिन्हा ने लिखा- “विमुद्रीकरण जिसने हमारी अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया वह कोई मुद्दा नहीं है। सत्ता में बने रहने के लिए बहुसंख्यक समुदाय के बीच सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के अलावा कुछ भी मुद्दा नहीं है”।
इस लेख में उन्होंने लोगों से संविधान बचाने की भी अपील की है। बता दें कि हाल ही में हरिद्वार में हुए एक धर्म संसद में कुछ हिन्दुत्वादी नेताओं द्वारा मुस्लिमों के प्रति भड़काऊ भाषण दिए गए थे। उन्हें मंच से मारने की अपील की गई थी।
हिन्दू महासभा की जनरल सेक्रेटरी और निरंजनी अखाड़ा महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा मां ने इस सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम सब मिलकर इनके 20 लाख मार देंगे तो विजयी कहलाएंगे। उन्होंने कहा था कि कॉपी किताब रखो और हाथ में शस्त्र उठा लो। काफी विवाद होने के बाद पुलिस इस मामले में कार्रवाई करती दिख रही है।
