पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को हराने वाले शुभेंदू अधिकारी पर अब गंभीर आरोप लगे हैं। उनके ही एक पूर्व सहयोगी नेता ने दावा किया है कि नंदीग्राम से ममता बनर्जी को हराने के लिए अधिकारी ने हथकंडों का सहारा लिया था।
बीजेपी छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए टीएमसी उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार और टीएमसी नेता राजीव बनर्जी ने दावा किया कि विपक्ष के नेता शुभेंदू अधिकारी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट जीतने के लिए ‘अनुचित’ साधनों का इस्तेमाल किया था। मीडिया को संबोधित करते हुए मजूमदार ने कहा कि अधिकारी ने उन्हें फोन किया और कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सीट गंवाने के लिए उन्हें ‘काम करना’ है।
मजूमदार ने कहा- “मुझे याद है कि शुभेंदू ने 2 मई की रात को कहा था कि नंदीग्राम जीतने के लिए उन्हें हथकंडे अपनाना होगा। नंदीग्राम में मतगणना प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी। हथकंडे अपनाकर शुभेंदू ने अचानक ममता बनर्जी को पछाड़ दिया, जिन्हें शुरू में विजेता घोषित किया गया था।”
मजूमदार एक समय में ममता बनर्जी के घोर आलोचक थे। वहीं राज्य के पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी जो पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और हार के बाद टीएमसी में लौट आए, ने भी दावा किया कि मजूमदार के दावे 100 प्रतिशत सही हैं। बनर्जी ने कहा- “मैं जानता हूं कि शुभेंदू अधिकारी को निष्पक्ष तरीके से विजेता घोषित नहीं किया गया था। मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं।”
बता दें कि ममता बनर्जी को शुरू में नंदीग्राम सीट से विजेता बता दिया गया था, लेकिन बाद में यह घोषणा की गई कि अधिकारी ने 1959 मतों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल कर ली है। ममता बनर्जी और उनकी पार्टी ने भी तब इसे धांधली बताया था, लेकिन बाद में टीएमसी भी इस मुद्दे पर चुप हो गई और ममता उपचुनाव में जीत हासिल करके विधानसभा पहुंच गईं।
इन दोनों नेताओं के दावों को लेकर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। बीजेपी ने इनके आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये दोनों नेता टीएमसी में अपना नंबर बढ़ाने के लिए ऐसे दावे कर रहे हैं।