कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान बुधवार (29 मार्च, 2023) को कर दिया जाएगा। निर्वाचन आयोग आज 11.30 बजे चुनाव की तारीखों की घोषणा कर देगा। कर्नाटक विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है। उससे पहले निर्वाचन आयोग को चुनाव प्रक्रिया पूरा करवानी है।

आयोग ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है।

2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सबसे ज्यादा 104 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 80 और जेडीएस को 38 सीटों पर जीत मिली। वहीं, केपीजेपी, बीएसपी और आईएनडी ने 1-1 सीटें जीतीं। भाजपा ने सबसे अधिक सीटें जीती थीं, लेकिन उसके पास बहुमत नहीं था और कांग्रेस एवं जेडीएस ने गठबंधन कर सरकार बनाई। 2019 में कांग्रेस और और जेडीएस के 15 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उपचुनाव हुआ और इसमें भाजपा के पास 12 सीटें बढ़ गईं और 116 के बहुमत के साथ भाजपा ने राज्य में सरकार बनाई। इस समय मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में कर्नाटक में भाजपा सरकार है।

आरक्षण को लेकर हिंसक प्रदर्शन पर सियासी घमासान

कर्नाटक में शिवमोगा जिले के शिकारीपुरा में बंजारों के हिंसक प्रदर्शन को लेकर मंगलवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच राजनीतिक घमासान शुरू हो गया। हिंसक प्रदर्शन को लेकर दोनों दलों ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया। मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को एससी (लेफ्ट) के लिए 6 फीसदी, एससी (राइट) के लिए 5.5 फीसदी, स्पृश्यों (बंजारा, भोवी, कोरचा, कुरुमा आदि) के लिए 4.5 फीसदी और अन्य के लिए एक फीसदी आंतरिक कोटा की सिफारिश की थी। सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। अनुसूचित जातियों का एक वर्ग आंतरिक आरक्षण की मांग कर रहा है। उनका आरोप है कि केवल कुछ प्रभावशाली उप-जातियां अधिकांश लाभ हासिल कर रही हैं, जबकि कई समुदाय अभी भी हाशिए पर हैं।