Patiala MP Preneet Kaur ने कांग्रेस से अपने निलंबन (Suspension) और कारण बताओ नोटिस (Show cause notice) पर सोमवार को सख्त जवाब दिया है। उन्होंने कांग्रेस (Congress) की ओर से पार्टी विरोधी गतिविधियों (Anti-party activities) के आरोप, कारण बताओ नोटिस और पार्टी से स्पेंशन को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि उनके खिलाफ पार्टी जो कार्रवाई करना चाहती है, कर ले। कौर ने कांग्रेस अनुशासन कमेटी (Congress Disciplinary Action Committee) के सदस्य सचिव तारिक अनवर (Tariq Anwar) पर भी हमला बोला।

Tariq Anwar पर भी परनीत कौर का हमला

परनीत कौर ने कांग्रेस अनुशासन कमेटी (Congress Disciplinary Action Committee) के नेता तारिक अनवर (Tariq Anwar) के बारे में कहा कि हैरत की बात यह है कि जो शख्स खुद साल 1999 में कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को विदेशी मूल का बताते हुए पार्टी छोड़ दी थी। 19 साल तक बाहर रहने के बाद साल 2018 में कांग्रेस में वापस आए। साल 2019 में वह खुद पार्टी के अनुशासन (Discipline) के मामले का सामना कर चुके हैं। वे अब मुझसे तथाकथित अनुशासन के मसले पर सवाल पूछ रहे हैं।

आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कई मामले

पार्टी से मिले कारण बताओ नोटिस (Notice) के जवाब में परनीत कौर ने कहा, ‘पंजाब में जिन कांग्रेसियों ने मुझ पर आरोप लगाए हैं, उनके कामों के बारे में शिकायत और उनके खिलाफ कई मुद्दे लंबित हैं। उन्होंने उनकी रक्षा की क्योंकि वे उनकी अपनी पार्टी से थे। हालांकि, मुझे लगता है कि आप ऐसा नहीं करेंगे।’ पटियाला की सांसद परनीत कौर ने कहा कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता के लिए काम करती रहेंगी।

केंद्र सरकार के मंत्रियों से मिलना राज्य के नेताओं का काम

परनीत कौर ने कहा, ‘आपके कारण बताओ नोटिस के अनुसार, मैं हमेशा अपने निर्वाचन क्षेत्रों, निर्वाचन क्षेत्र और अपने राज्य पंजाब के साथ खड़ी रही हूं और चाहे कोई भी सरकार सत्ता में हो, मैंने उनके मुद्दों को उठाया है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी राज्य में कांग्रेस सरकार के प्रत्येक मंत्री को अपने राज्य के मुद्दों को हल करने के लिए अपने विभाग के केंद्र सरकार के मंत्री यानी इस मामले में भाजपा सरकार (BJP Government) से मिलना होता है।

आप जो चाहें कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं- परनीत कौर

एक बागी नेता की तरह परनीत कौर ने कहा, “यह अतीत में पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा किया गया था और आज मुझे यकीन है कि यह छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और राजस्थान (Rajasthan) में भी कांग्रेस सरकार द्वारा किया जा रहा है। मैं भी इस तरह के मुद्दों को हल करने के लिए हमेशा राज्य और केंद्र सरकार से मिलती रहूंगी। चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं।” उन्होंने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा, “जहां तक ​​मेरे खिलाफ कार्रवाई की बात है तो आप जो चाहें कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र हैं।”

पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं परनीत कौर

पूर्व विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। अमरिंदर सिंह अब भाजपा (BJP) के सदस्य हैं। परनीत कौर ने 1999, 2004 और 2009 में एक सांसद के रूप में कार्य किया है। वह 2014 में पटियाला लोकसभा सीट हार गईं, लेकिन 2019 में इसे वापस जीत लिया। उन्होंने मई 2009 से मई 2014 तक विदेश राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। परनीत कौर को कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था कि उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए क्यों न उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए।

नवंबर 2021 में भी कांग्रेस ने जारी किया था कारण बताओ नोटिस

यह पहली बार नहीं है कि परनीत कौर को पार्टी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इससे पहले नवंबर 2021 में भी कांग्रेस ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर उनकी कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए स्पष्टीकरण मांगा था। कौर ने तब कहा था कि उन्हें ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है, लेकिन इसके बारे में केवल समाचार पत्रों और सोशल मीडिया (Social Media) पर पढ़ा था। पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में परनीत कौर ने अपने पति कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए भी प्रचार किया। अमरिंदर सिंह ने भाजपा के सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ा था।