Punjab News: पटियाला से कांग्रेस (Congress) की लोकसभा सांसद परनीत कौर को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। परनीत कौर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) की पत्नी हैं। कांग्रेस की ओर से परनीत कौर (Preneet Kaur) को अपना पक्ष रखने के लिए तीन दिन की मोहलत दी गई है। कांग्रेस ने यह सख्त कार्रवाई पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के चीफ अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की शिकायत पर की गई है। इस पूरे मामले पर परनीत कौर ने फिलहाल कोई बयान नहीं दिया है।
कांग्रेस विरोधी गतिविधि और बीजेपी की मदद का आरोप
पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) प्रमुख राजा वंडिग ने परनीत कौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और बीजेपी (BJP) की मदद करने के आरोप लगाए थे। पंजाब कांग्रेस के कई और नेताओं ने दिल्ली में आलाकमान के सामने परनीत कौर को लेकर इस तरह के आरोप लगाए थे। अनुशासन कमेटी के सामने इसकी शिकायत भेजी गई थी। इसके बाद पार्टी ने आंतरिक जांच का हवाला देते हुए परनीत कौर को सस्पेंड करने का आदेश जारी कर दिया है।
कांग्रेस के दूसरे बागी तेवर वाले नेताओं को सख्त संदेश
पंजाब कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक परनीत कौर को पार्टी से सस्पेंड किए जाने राज्य के उन नेताओं को सख्त संदेश मिलेगा जो लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पार्टी लाइन पर नहीं आ रहे थे। कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए इस बारे में कहा, ‘परनीत कौर की ओर से पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर कांग्रेस को लगातार शिकायतें मिल रही थीं और पंजाब इकाई उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही थी। पार्टी की अनुशासन कमेटी ने परनीत कौर को सस्पेंड करने का फैसला किया है। इसके साथ ही उनको कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।’
नवंबर 2021 में भी कांग्रेस ने परनीत कौर को दिया था नोटिस
इससे पहले भी एक बार कांग्रेस पार्टी की ओर से नवंबर 2021 में पटियाला की सांसद परनीत कौर को नोटिस जारी कर उनकी कथित ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया था। पार्टी ने परनीत कौर से उनके पति कैप्टन अमरिंदर सिंह का पक्ष लेने के बारे में खुली घोषणाएं को लेकर सवाल किया था। परनीत कौर के पति कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस को छोड़ने के बाद अपनी पार्टी बनाई थी। हालांकि बाद में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। हालांकि परनीत कौर ने अपने पति के इस राजनीतिक कदम पर कभी कोई बयान नहीं दिया था।