निशिकांत दुबे ने दो दिन पहले टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा पर बिहारी गुंडा कहने का आरोप लगाया था। अभी इसको लेकर सियासत गर्म थी तभी डीएमके नेता का एक और विवादित बयान सामने आ गया। तमिलनाडु के नगर एवं प्रशासन मंत्री केएन नेहरू ने तिरुचिरापल्ली स्थित डीएमके कार्यलाय में संबोधन के दौरान यूपी और बिहार के लोगों पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ये लोग तमिलनाडु के लोगों की नौकरियां छीन रहे हैं। वे बिना अंग्रेजी और तमिल जाने स्थानीय बैंकों में भी काम कर रहे हैं।

केएन नेहरू ने कहा, बिहार के लोगों के पास तमिलों से कम दिमाग होता है। उन्होंने लालू प्रसाद यादव को लेकर भी कहा कि जब वह रेल मंत्री थे तो निचले पदों पर सिर्फ बिहार के लोगों को भर दिया गया। रेलवे में ज्यादातर गार्ड और गेटकीपर आज भी बिहार के ही मिलते हैं। उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाया कि उन्होंने अयोग्य लोगों को नौकरी दी और तमिलनाडु में पोस्ट कर दिया गया।

डीएमके नेता ने कहा, यह सब लालू प्रसाद यादव की वजह से हो रहा है कि अंग्रेजी और तमिल न जानने वाले लोग भी यहां काम कर रहे हैं और तमिलों की नौकरी छीन रहे हैं।

महुआ मोइत्रा के बयान पर भी बवाल
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कथि तौर पर बिहार के लोगों को गुंडा कहा था। इसके बाद भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने संसद भवन में ही उनपर करारा हमला किया। दुबे ने कहा कि ममता बनर्जी की पार्टी उत्तर भारतीयों से नफरत करती है। यह सब सुनते ही महुआ मोइत्रा वेल छोड़कर दौड़कर अपनी सीट पर आ गईं। वहीं बिहार में भी इस बात को लेकर राजनीति गरमा गई।

तेजस्वी यादव ने भी टीएमसी सांसद पर हमला किया और कहा कि बिहार महापुरुषों की जन्मभूमि रही है। यह मेहनती लोगों की ज़मीन है और यहां से ही सबसे ज्यादा आईएएस-पीसीएस निकलते हैं। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने भी कहा कि बिहारी शब्द सम्मान का शब्द है। आपको बंगाल की गुंडागर्दी मुबारक।