निर्भय कुमार पांडेय
कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में वजीराबाद विधानसभा के कुछ इलाकों में जलापूर्ति नहीं होने से स्थानीय निवासियों को पानी की कमी से दो-चार होना पड़ रहा है। एक ओर जहां लोगों कोरोना का डर सता रहा है। दूसरी ओर, नियमित जलापूर्ति नहीं होने से स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों की शिकायत है कि जल बोर्ड का पानी आता भी है तो इतना गंदा होता है कि उसे पी नहीं सकते।

मजबूरन लोगों को जल बोर्ड के टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, पर लोगों के सामने परेशानी यह है कि टैंकर से पानी भरने के दौरान सामजिक दूरी का ख्याल नहीं रखा जाता। मजबूरी में लोग पानी भरने की जल्दबाजी में मास्क तक पहनना भूल जाते हैं। ऐसे में लोगों को डर सताने लगा है कि कहीं स्थानीय लोग कोरोना से संक्रमित नहीं हो जाएं। स्थानीय कांग्रेस नेता हरि किशन जिंदल ने बताया कि गंदे पानी की आपूर्ति को लेकर दिल्ली सरकार और दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को कई बार शिकायत की जा चुकी है,पर शिकायत पर कोई सुनवाई करने वाला नहीं है।

कई बार फोन करने पर अधिकारी जल बोर्ड का टैंकर भेज देते हैं। पर यह पर्याप्त नहीं हैं। इलाके में जब पानी का टैंकर आता है तो स्थानीय लोग कोरोना के नियमों को ताक पर रख कर पानी भरने के लिए निकल पड़ते हैं। उनका आरोप है कि टैंकर भी नियमित नहीं आता।

यही कारण है कि लोग बाल्टी लेकर घरों से दौड़ पड़ते हैं, ताकि अपने लिए पर्याप्त मात्रा में पानी भर सकें। उन्होंने बताया कि सावन पार्क इलाके में बीते 20 दिनों से पानी की किल्लत जस की तस बनी हुई है। एक स्थानीय निवासी रमेश कुमार ने बताया कि जहां दिल्ली समेत देश में लोग कोरोना महामारी की वजह से घरों से नहीं निकल रहे हैं और दिल्ली में पूर्णबंदी की वजह से जरूरत के सामान लेने के लिए लोग घरों से बाहर निकलते हैं।

वहीं, दूसरी ओर वजीराबाद के सावन पार्क इलाके में हर दिन टैंकर से पानी भरने के दौरान लोग सामाजिक दूरी का ख्याल नहीं रखते। यही कारण है कि लोग जोखिम उठाकर टैंकर के आने के बाद पानी भरने के लिए घरों से दौड़ पड़ते हैं।