सबसे सुरक्षित माने जाने वाली राजधानी दिल्ली में इस साल 15 नवंबर तक कुल 21,591 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है, जिनमें से 13,072 महिलाएं और 8,519 पुरुष हैं। दिल्ली पुलिस ने यह आंकड़ा जारी किया है।

पुलिस का कहना है कि लापता लोगों में बड़ी संख्या महिलाओं और लड़कियों की हैं तथा मध्य नवंबर तक दर्ज ऐसे मामलों में 60 फीसद मामले महिलाओं और लड़कियों की गुमशुदगी के हैं। पुलिस के आंकड़ों से पता चला है कि 15 अक्तूबर तक लापता लोगों की संख्या 19,682 थी, जिसमें एक महीने में 1,909 और मामले जुड़ गए, यानी उसमें 10 फीसद की वृद्धि हो गई।

बच्चे भी हुए लापता

इस एक माह में और 1,155 महिलाएं एवं 754 पुरुषों की गुमशुदगी की शिकायतें आईं। आंकड़ों के अनुसार, सबसे कम उम्र के समूह, यानी 0 से 8 वर्ष के बच्चों में, 15 नवंबर तक कुल 339 बच्चों के लापता होने के मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 136 (40 फीसद) लड़कियां और 203 (60 फीसदा) लड़के थे। पुलिस ने इस श्रेणी के 192 बच्चों को ढूंढ निकाला, जबकि 147 अभी भी लापता हैं पंद्रह अक्तूबर के आंकड़ों की तुलना में, जब इस आयु वर्ग के 304 बच्चे लापता हुए थे, यह संख्या 35 मामलों की वृद्धि दशार्ती है।

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लापता लड़कियों की संख्या 124 से बढ़कर 136 हो गई, जबकि लापता लड़कों की संख्या 180 से बढ़कर 203 हो गई। आठ से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लापता होने की संख्या में वृद्धि हुई है। पंद्रह नवंबर तक इस आयु वर्ग में गुमशुदगी के कुल मामलों की संख्या 422 तक पहुंच गई, जिनमें 143 लड़कियां (34 फीसद) और 279 लड़के (66 फीसद) शामिल थे। 27 नवंबर को अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, इनमें से 332 का पुलिस ने पता लगा लिया, जबकि 90 का पता नहीं चला।