दिल्ली के तुगलक लेन इलाके में आवारा कुत्तों के झुंड ने डेढ़ साल के बच्चे को नोंचकर मार डाला। अब इस मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिल्ली सरकार और पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है।

दरअसल, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने 24 फरवरी को दिल्ली के तुगलक लेन इलाके में आवारा कुत्तों के झुंड द्वारा बच्ची को नोंचकर मारने की दुखद घटना के मीडिया रिपोर्टस पर खुद ही संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुख्य सचिव, दिल्ली सरकार, एनडीएमसी आयुक्त और दिल्ली पुलिस प्रमुख को छह सप्ताह के अंदर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

असल में पीड़ित दिव्यांशी धोबी घाट के गेट के पास थी। उसके परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि पांच कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला किया और उसे 100 मीटर तक घसीटा।

एनएचआरसी ने कहा कि यह घटना कुछ महीने पहले उसी परिवार के एक अन्य बच्चे पर इसी तरह के हमले के बाद हुई है, जबकि क्षेत्र में आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे के बारे में वहां रहने वालों लागों ने पहले ही शिकायत दर्ज कराई थी।

NHRC ने कहा यह “मानवाधिकारों का उल्लंघन है

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एनएचआरसी ने इस स्थिति को “मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन” माना। पिछली घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए एनएचआरसी ने नागरिक अधिकारियों को पशु जन्म नियंत्रण (कुत्ते) नियम, 2001 के प्रावधानों के अनुसार, आवारा कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

हालांकि इस बीच एक पशु अधिकार संगठन ने मामले पर सवाल उठाया है। मीडिया को दिए गए एक बयान में संगठन ने पूछा कि पुलिस घटना को लेकर किसी प्रत्यक्षदर्शी को क्यों नहीं ढूंढ पाई। संगठन ने कहा कि अधिकारियों को कोई भी फैसला करने से पहले क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज की जांच करनी चाहीए। इसमें यह भी दावा किया गया कि परिवार के पास एक पालतू कुत्ता है, उन्होंने आरोप लगाया कि घटना के पीछे उसका हाथ हो सकता है।

इसके जवाब में डीसीपी (नई दिल्ली) देवेश महला ने कहा कि मामले में सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बच्ची के पिता ने क्या कहा?

वहां बच्ची के पिता राहुल कनौजिया ने कहा था कि वह काम से वापस आ रहे थे। तभी उन्हें खबर मिली कि उनकी बेटी हमले में गंभीर रूप से घायल हो गई है। नौजिया ने आगे कहा, साइकिल सवार एक राहगीर ने देखा कि कुत्ते सड़क के कोने में किसी चीज से खेल रहे थे और जब चेक किया तो पता चला कि वह मेरी बेटी थी। दिव्यांशी को तुरंत सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।