MCD Nominated Councilor : दिल्ली में शुक्रवार को एमसीडी मेयर पद (MCD Mayor) के लिए चुनाव होना है। मेयर चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय (Shelly Oberoi) और भाजपा की रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) के बीच मुकाबला है। मेयर चुनाव से ठीक पहले बुधवार को दिल्ली के एलजी ने 10 लोगों को पार्षद के तौर पर एमसीडी में मनोनीत किया। जिसके तुरंत बाद आम आदमी पार्टी ने यह आरोप लगाया कि LG द्वारा मनोनीत सभी पार्षद भाजपा के कार्यकर्ता (BJP Workers) है।
आम आदमी पार्टी का यह भी आरोप है कि ये मनोनीत पार्षद एमसीडी के विकास के काम (Development Works) में बाधा पहुंचाएंगे। आम आदमी पार्टी का यह भी आरोप है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (Delhi LG VK Saxena) ने गलत तरीके से इन पार्षदों को एमसीडी में मनोनीत किया है। आइए आपको बताते हैं कि LG द्वारा मनोनीत पार्षद मेयर चुनाव को कितना प्रभावित कर सकते हैं।
क्या मेयर चुनाव में वोट कर सकते हैं मनोनीत पार्षद?
एमसीडी में मनोनीत पार्षदों को एल्डरमैन कहा जाता है। ये अपने क्षेत्रों के एक्सपर्ट होते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि इन्हें मेयर चुनाव और डिप्टी मेयर चुनाव के दौरान वोट डालने का अधिकार नहीं है। इसका मतलब साफ है कि एलजी द्वारा मनोनीत पार्षद मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव को प्रभावित नहीं कर सकते हैं। मनोनीत पार्षदों को सदन में वोट डालने का अधिकार नहीं होता है लेकिन ये सभी वार्ड समिति और स्थायी समिति में वोट डाल सकते हैं। इसी वजह से आम आदमी पार्टी यह आरोप लगा रही है कि LG द्वारा मनोनीत पार्षद विकास कार्यों में रुकावट पहुंचाएंगे।
LG ने किसे-किसे किया मनोनीत?
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा एमसीडी में मनोनीत किए गए पार्षदों में दो भाजपा के पूर्व पार्षद (राजपाल राणा, सुनीता चौहान), चार जिला अध्यक्ष (विनोद कुमार, राजकुमार भाटिया, मोहन गोयल, रोहताश कुमार), एक पूर्व जिला अध्यक्ष (मनोज जैन), एक जिले में पदाधिकारी (संजय त्यागी), एक भाजपा किसान मोर्चा का राष्ट्रीय पदाधिकारी (मुकेश मान)और एक नेता विधानसभा चुनाव लड़ चुका (लक्ष्मण आर्य)है।
AAP ने लगाए क्या आरोप?
बुधवार को आम आदमी पार्टी की नेता और विधायक आतिशी मार्लेना ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा 10 मनोनीत पार्षदों के नाम LG को भेजे जाते हैं। LG ने एमसीडी कमिश्नर को दिल्ली सरकार को बायपास कर मनोनीत पार्षदों की फाइल भेजने को कहा। एलजी ने अवैध अधिसूचना के जरिए 10 बीजेपी कार्यकर्ताओं को मनोनीत पार्षद घोषित कर दिया। ये प्रक्रिया असवैंधानिक है।