Delhi Pollution: दिल्ली में प्रदूषण पर राजनीतिक रण जारी है। ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान को लेकर उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच जारी तनातनी कम होती नहीं दिख रही है। एलजी ने अभियान से जुड़ी फाइल सरकार को वापस लौटा दी है। एलजी के फाइल लौटाने पर केजरीवाल सरकार के पर्यावरण मंत्री भड़क गए हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ’ अभियान को लेकर तकरार बढ़ गई है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार (29 अक्टूबर) को एलजी ने प्रदूषण कम करने को लेकर अस्थाई उपायों पर सवाल उठाते हुए ‘रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ’ अभियान पर पुनर्विचार करने को कहा है। एलजी सक्सेना ने तर्क दिया कि प्रदूषण के खिलाफ इसके प्रभावी होने का कोई सबूत नहीं है।
जिसके बाद केजरीवाल सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन को स्थगित करने के पीछे उपराज्यपाल को जिम्मेदार ठहराया है। गोपाल राय ने ट्वीट कर कहा, “गाड़ियों के प्रदूषण को कम करने के लिए 28 तारीख से शुरू होने वाले ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैम्पेन को LG साहब द्वारा फाइल रोकने की वजह से स्थगित करना पड़ रहा है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।”
लोगों की सांसो पर राजनीति ना करें: अपने अगले ट्वीट में गोपाल राय ने लिखा, “LG साहब से निवेदन है कि दिल्ली के लोगों की सांसो पर राजनीति ना करें। ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैम्पेन की फ़ाइल LG साहब को दोबारा प्रस्तुत करेगी सरकार।” आप के पर्यावरण मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “LG साहब फ़ाइल रोकने के लिए बहाने बनाने की जगह जल्द से जल्द ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैम्पेन की फ़ाइल पर साइन करें। प्रदूषण के खिलाफ लड़ना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है।”
गोपाल राय ने लिखा, “LG साहब को किसी भी हाल में ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ कैम्पेन’ को रोकना है। कह रहे हैं Civil Defence Volunteers को चौराहे पर लगाओगे तो प्रदूषण से उनकी जान को खतरा है। ऐसे तो ट्रैफिक पुलिस हमेशा चौराहे पर खड़ी रहती है, उन्हें भी हटा देंगे LG साहब?”
वहीं, एलजी का कहना है कि यह साबित करने के लिए फाइल में कुछ भी नहीं है कि ऐसा अभियान वायु प्रदूषण के खिलाफ प्रभावी है यह केवल सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को गंभीर स्वास्थ्य और शारीरिक जोखिम में डालता है।