गुजरात विधानसभा चुनाव के चलते आप संयोजक और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। उनकी राज्य में आए दिन रैलियां और जनसभाएं हो रही हैं। शनिवार (29 अक्टूबर, 2022) को भी वह चुनावी अभियान के लिए गुजरात के नवसारी पहुंचे थे, जहां उन्हें भारी विरोध झेलना पड़ा। उनका काफिला जहां से गुजरा, वहां लोग काले झंडे लेकर “चोर-चोर” के नारे लगाते नजर आए। इस दौरान “मोदी-मोदी” के भी नारे लगाए गए।
इससे पहले भी वडोदरा में केजरीवाल के रोड शो का विरोध किया गया था। कुछ लोग “केजरीवाल गो बैक” की तख्तियां हाथ में लिए नजर आए थे। पिछले महीने 20 सितंबर को भी केजरीवाल के साथ इसी तरह की घटना सामने आई थी। वडोदरा हवाई अड्डे पर वह टाउन हॉल की एक सभा को संबोधित करने पहुंचे थे, तब मोदी-मोदी के नारों के साथ उनका स्वागत किया गया था। वहीं, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भी राज्य के अंबाजी मंदिर की यात्रा के दौरान इसी तरह के नारों का सामना करना पड़ा था। अंबाजी मंदिर में दर्शन के दौरान सिसोदिया का मंत्रोच्चार जारी रहा और वह नारे लगाने वालों को देखकर मुस्कुरा रहे थे।
केजरीवाल ने भी दी प्रतिक्रिया
अरविंद केजरीवाल ने भी नारे लगाने वालों को प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “आप चाहे किसी के नारे लगाएं, मेरा आपसे वादा है – गुजरात में सरकार बनने के बाद आपके भी बच्चों के लिए मैं स्कूल बनवाऊंगा, आपके घर में कोई बीमार होगा उसका भी इलाज मैं करवाऊंगा, आपके भी बच्चों के लिए रोजगार का इंतजाम करूंगा। एक दिन आपका दिल जीत कर आपको पार्टी में शामिल करूंगा।”
वहीं, अरविंद केजरीवाल इन दिनों भारतीय करेंसी पर लक्ष्मी-गणेश जी की फोटो लगाने की मांग को लेकर भी चर्चाओं में हैं। एक तरफ उनके इस सुझाव के बाद एक के बाद एक कई दिग्गज नेताओं की फोटो लगाने की मांग उठने लगी है। तो वहीं, कई हिंदू संगठनों ने उनकी इस मांग का विरोध किया है।
राष्ट्रीय हिंदू संगठन ने उनकी इस मांग का विरोध करते हुए कहा कि भारतीय मुद्रा पर भगवान की तस्वीर बिल्कुल मंजूर नहीं है। संगठन ने कहा कि केजरीवाल ने जिस तरह पीएम को चिट्ठी लिखकर यह मांग की है, अगर उन्हें वाकई हिंदुत्व के प्रति प्रेम है तो एक और चिट्ठी लिखकर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करने के लिए कदम बढ़ाना चाहिए।