Delhi Pollution News: बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने लोगों से घर से काम करने की अपील की। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्लीवासियों से कहा कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए शेयरिंग में गाड़ियों का उपयोग करें।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, “मैं लोगों से अपील करता हूं, यदि संभव हो तो घर से काम करें और निजी वाहन निकालने से बचें। 50 प्रतिशत प्रदूषण वाहनों से होता है। लोगों को पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए। पंजाब में पराली जलाना केंद्र के कारण हो रहा है क्योंकि उन्होंने इसे रोकने के लिए पंजाब सरकार, किसानों का समर्थन नहीं किया।”

रीजनल स्पेशल टास्क फोर्स बनाने का अनुरोध: गोपाल राय ने आगे कहा, “मैं यूपी और हरियाणा सरकार से दिल्ली से सटे क्षेत्रों जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए रीजनल स्पेशल टास्क फोर्स बनाने का अनुरोध करता हूं। प्रदूषण की समस्या राज्य की समस्या नहीं है। यह विकसित होने वाली वायु प्रणाली के कारण होता है।”

इस बीच दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बुधवार (2 नवंबर) की सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही। बुधवार को शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 354 था। नोएडा का AQI 406 दर्ज किया गया जोकि ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गुरुग्राम का AQI 346 पर रहा और ‘बहुत खराब श्रेणी’ में बना रहा।

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जारी किया नोटिस: वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण से बच्चों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों के बारे में दिल्ली सरकार को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। प्रियंक कानूनगो ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा एक चिंता का विषय है जबकि अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।

उन्होंने कहा कि बच्चे स्कूल आने-जाने के समय और खेल के मैदानों में जहरीली हवा के संपर्क में हैं। इस पर NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।