मेवात में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां कुछ लोगों द्वारा एक दलित किशोरी को बंधक बनाकर रखने, उसका धर्म परिवर्तन कराने और उसके साथ दुष्कर्म की कोशिश करने के साथ ही किशोरी को 40 हजार रुपए में बेचने का मामला सामने आया है। फिलहाल मामले के खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

खबर के अनुसार, मूलरुप से राजस्थान के डीग का रहने वाला एक दलित परिवार फिलहाल फरीदाबाद में रह रहा था। इसी परिवार की किशोरी के साथ यह घटना घटी। किशोरी का पिता एक मजदूर है। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले किशोरी की मां ने पानी ना भरने को लेकर किशोरी को पीट दिया। जिससे नाराज होकर किशोरी बीते 4 अप्रैल को अपने घर से लापता हो गई। किशोरी के परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करायी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। इस बीच किशोरी अपने घर से भागकर ट्रेन में बैठकर उत्तर प्रदेश के कोसी कलां रेलवे स्टेशन पहुंच गई, जहां उसकी मुलाकात मेवात के पुन्हाना खंड के गांव सिंगार निवासी फरजाना से हुई। फरजाना भोपाल स्थित अपने मायके जाने के लिए कोसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी। कहा जा रहा है कि फरजाना, किशोरी को लेकर भोपाल आ गई और फिर बाद में किशोरी को लेकर अपने घर सिंगार लौट आयी।

फरजाना ने दलित किशोरी का नाम बदलकर मुस्लिम नाम दे दिया और उसका धर्म परिवर्तन भी करा दिया। किशोरी का आरोप है कि महिला ने उसे गोमांस भी खिलाया और नमाज पढ़ने पर जोर दिया, बाद में उसे 40 हजार रुपए में इस्लाम (70 वर्षीय) नामक व्यक्ति को बेचने की कोशिश की। इसी बीच फरजाना के देवर ताहिर ने किशोरी के साथ बलात्कार करने की भी कोशिश की। जिस पर फरजाना और ताहिर के बीच झगड़ा हो गया और मामला पुलिस थाने पहुंच गया। इस पर जब पुलिस ने किशोरी से पूछताछ की तो पुलिस को शक हुआ, जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो किशोरी ने पुलिस को सबकुछ बता दिया। पुलिस ने फिर किशोरी के मां-बाप को सूचिता किया और आरोपी फरजाना, इस्लाम, ताहिर को गिरफ्तार कर लिया है।

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