कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत में कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रित करने के लिए केंद्र की कथित नाकामी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ। वादा था 21 दिन में कोरोना खत्म करने का, लेकिन खत्म कर दिए करोड़ों रोजगार और छोटे उद्योग। केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने बुधवार (9 सितंबर, 2020) को ट्वीट कर ये बातें कही हैं।
कांग्रेस नेता ने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है। इसमें उन्होंने कहा कि केंद्र ने कोरोना के नाम पर जो किया वो असंगठित क्षेत्र पर तीसरा हमला था। 97 लाख प्रवासी मजदूर वापस भेज दिए। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने बिना नोटिस के लॉकडाउन लागू कर लाखों लोगों के ऊपर आक्रमण किया है। भारत में गरीब लोग रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं।
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कहा गया कि लॉकडाउन के कारण देश में सात लाख से ज्यादा छोटी दुकानें बंद हो सकती हैं। हर तीन में से एक एमएसएमई बंद हो जाएंगे। बकौल राहुल गांधी, पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ 21 दिन की लड़ाई होगी। मगर असंगठित क्षेत्रों की रीढ़ की हड्डी 21 दिनों में ही टूट गई। लॉकडाउन में 20 से 30 साल के 2.7 करोड़ युवा बेरोजगार हो गए।
यहां देखें वीडियो-
अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ।
वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग।
मोदी जी का जनविरोधी 'डिज़ास्टर प्लान' जानने के लिए ये वीडियो देखें। pic.twitter.com/VWJQ3xAqmG
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 9, 2020
इधर राहुल गांधी के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक ट्विटर यूजर @Arnab_Goswami1 लिखते हैं, ‘महामारी में कोशिश की जाती है? पर तुम्हारे पास 70 साल में बहुत कुछ था क्या किया आखिर, जापान, सिंगापुर, चीन से आगे क्यूं नही जा पाए?’ एसबी चावड़ा @BShaktirajsinh लिखते हैं, ‘पूरी दुनिया बंद थी तो क्या अकेला भारत चालू रखते। तुम सत्ता में होते तो क्या करते। देश की जनता को मरने के लिए छोड़ देते क्या?’
रवीश @Ravishk356 लिखते हैं, ‘सैकड़ों गरीब दिहाड़ी मजदूरों की मौत की जिम्मेदार है मोदी सरकार। अब इनकी पोल खुल गई है। जनता भी जान गई है। जनता भी अब इन्हें नकार रही है।’ रमेश वी @Rameshjangid44 लिखते हैं, ‘इस कोरोना ने भारत ही नहीं दुनिया में क्या तबाही मचाई है। पहले क्या हालात थे अब विपरीत परिस्थितियों में क्या है और क्या कारण है उसका। सोच लो आपका जीवन सफल हो जाएगा। रटी रटाई स्क्रिप्ट पांचवी क्लास का बच्चा भी बोल लेगा। ‘असंगठित’….’असंगठित’….’असंगठित।’
इसी तरह सौरभ गुप्ता @Real_saurabh20 लिखते हैं, ‘लंबे समय से ठीक से टैकल नहीं करने के कारण ये सारी समस्याएं काफी जटिल हो चुकी है जिससे निबटने के लिए दूरगामी रणनीति के साथ काम करना पड़ेगा। जो अपने पार्टी को ठीक से नहीं संभाल पाते वो इन जटिल समस्याओं से कैसे निबटेंगे? हम लोग मोदीजी से ही इन समस्याओं को दूर करवाएंगे।’
एक यूजर @ShivMishra123 लिखते हैं, ‘अभी सिर्फ मृत्यु जैसा साबित हुआ है। अगर ठीक समय पर लॉकडाउन नहीं लगा होता तो करोड़ो की मृत्यु ही हो गई होती। मैं समझा और बता किसको रहा हूं।’