मुंबई की एक विशेष अदालत ने जेल में बंद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख को राज्यसभा चुनाव में वोट देने के लिए बेल देने से इनकार कर दिया है। इस फैसले से महाराष्ट्र महाविकास अघाड़ी सरकार को बड़ा झटका लगा है। अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय के इस तर्क से सहमति जताई कि ‘कैदियों के पास मतदान का अधिकार नहीं है’। नवाब मलिक और अनिल देशमुख शुक्रवार ( 10 जून, 2022) को होने वाले राज्यसभा चुनाव में वोट डालने की अनुमति देने को लेकर कोर्ट में अर्जी दी थी।
बता दें, मनी लॉन्ड्रिंग के अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार मलिक और देशमुख दोनों ने राज्य की छह सीटों पर आगामी राज्यसभा चुनाव में वोट डालने के लिए एक दिन की जमानत की मांग करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक फरवरी से जेल में बंद हैं। मलिक पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगया है। इसी तरह राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख भी जेल में बंद हैं। उन पर भी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। दोनों ने शुक्रवार को होने वाले राज्य सभा चुनाव में मतदान करने के लिए बेल की मांग की थी। महाराष्ट्र राज्यसभा की 6 सीटों के लिए चुनाव होना है। पिछले दो दशक से यहां निर्विरोध प्रत्याशी चुन लिए जाते हैं, लेकिन इस बार सीट से अधिक उम्मीदवार के खड़े हो जाने के कारण चुनाव कराना पड़ रहा है।
मलिक ने कोर्ट में बताया कि वह एक निर्वाचित विधायक हैं। वो राज्यसभा के लिए प्रतिनिधि चुनने में अपने निर्वाचन क्षेत्र के निवासियों का प्रतिनिधित्व करने के लिए कर्तव्य से बंधे हुए हैं, ऐसे में उन्हें वोट डालने की इजाजत दे दी जाए।
शिवसेना ने दो उम्मीदवार संजय राउत और संजय पवार को मैदान में उतारा है। भाजपा ने तीन उम्मीदवारों को उतारा है- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, अनिल बोंडे और धनंजय महादिक। इसके अलावा एनसीपी ने प्रभुल पटेल और कांग्रेस ने इमरान प्रतापगढ़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है। राज्यसभा सीट जीतने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 42 वोट चाहिए होंगे।
सत्ताधारी महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन के पास 151 वोट है। इस लिहाज से वह तीन सीट आसानी से जीत सकता है लेकिन चौथी सीट पर उम्मीदवार को जीताने के लिए उसे 15 और वोटों की जरूरत पड़ेगी। दूसरी ओर बीजेपी के पास 106 विधायक हैं। दो सीटों पर वह आसानी से जीत सकती है, लेकिन तीसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए उसे 22 अतिरिक्त वोट की जरूरत पड़ेगी, लेकिन उसने भी इसी छोटे दलों के सहारे अपने तीसरे उम्मीदवार को उतार है।