देश में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसके चलते लोगों में लगातार संक्रमित होने का डर भी बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक व्यक्ति इसी डर से अपने सैंपल्स देने के बाद डॉक्टरों से बच कर भाग निकला। उसकी उम्र 47 साल बताई गई है। उसके टेस्ट रिजल्ट नहीं आए हैं, इसलिए यह साफ नहीं कि वह संक्रमित था या नहीं। हालांकि, अधिकारी संदिग्ध के भागने के बाद एक्शन में आए हैं।

अस्पताल के कर्मचारियों के मुताबिक, भागा हुआ शख्स मथुरा-दिल्ली नेशनल हाईवे के करीब एक कॉलोनी में रहता था। कफ और बुखार की शिकायत के साथ वह बुधवार को शहर के केडी सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंचा। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने तुरंत ही स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पॉन्स टीम को सूचना दीष लेकिन टीम ने आ कर मरीज के सैंपल लेने में करीब 6 घंटे लगा दिए। इस बीच व्यक्ति के परिवार के सदस्य लगातार उसे टेस्ट रिजल्ट्स जानने के लिए फोन करते रहे। अफसरों का मानना है कि इसी देरी की वजह से आदमी को गुस्सा आया और वह सैंपल देने के बाद भाग निकला।

संदिग्ध ने अधिकारियों को बताया था कि वह 6 मार्च को मुंबई गया था और 11 मार्च को लौटा। ट्रेन से यात्रा के दौरान वह साथ में ही कोच में सफर कर रहे एक विदेशी के संपर्क में आया था। इसके चलते ही उसे अपने कोरोनावायरस से संक्रमित होने का शक था।

कोरोनावायरस संदिग्ध के सैंपल्स फिलहाल जांच के लिए जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ भेजे गए हैं। इस बीच अधिकारी लगातार व्यक्ति को फोन लगाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उसे अस्पताल लौटने के लिए कहा जा सके। मथुरा के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (डीएम) सर्वज्ञ राम मिश्रा ने जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) शेर सिंह से व्यक्ति का पता लगाने और उसे जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आइसोलेशन वॉर्ड में रखने के लिए कहा है।

सीएमओ शेर सिंह ने बताया कि हम संदिग्ध से फोन पर बात करने की कोशिश कर रहे हैं। उसका जल्द ही जांच के आधार पर इलाज किया जाएगा। गुरुवार रात तक उसके टेस्ट रिजल्ट आने के आसार हैं। अगर वह वायरस से संक्रमित नहीं है, तो बेहतर है, लेकिन अगर नहीं तो उसे अलग वॉर्ड में रखा जाएगा।