Covid-19: कोरोना वायरस महामारी देशभर में लगातार अपने पैर पसारती जा रही है। इस वायरस को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने देश में लॉकडाउन की घोषणा की है ताकि इसकी चेन को तोड़ा जा सके। लोगों से अपील की गई है कि वो बहुत जरुरी काम होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें। इसी बीच उत्तर प्रदेश के नोएडा में मानवता की मिसाल पेश करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल यहां एक बुजुर्ग की मौत के बाद स्थानीय मेडिकल स्टाफ ने उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया।

टेस्टिंग रिपोर्ट आने के बाद 62 साल के मोहम्मद शमी को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। मृतक का परिवार अभी क्वारंटाइन है। ऐसे में बुजुर्ग को दफनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम उनकी पत्नी, बेटी और बेटे को कब्रिस्तान लेकर पहुंची। इस दौरान परिवार ने मृतक के शव को कंधा नहीं दिया। जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने पुलिस की मदद से कंधा देकर शमी का अंमित संस्कार किया।

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बता दें कि अयोध्या निवासी मोहम्मद शमी नोएडा की एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे। स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें स्थानीय क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया गया था। बीते शुक्रवार को ज्यादा तबियत खराब होने के बाद उन्हें जिम्स ले जाया जा रहा था, इस दौरान कार्डियो रेस्पिरेटरी सिस्टम फेल होने से मौत हो गई। उन्हें दफनाने के लिए परिवार से किसी के आने का इंतजार किया गया।

बीती रात स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस में क्वारंटाइन सेंटर से उनके बेटे, पत्नी और बेटी को लेकर कब्रिस्तान लेकर पहुंची। इस बीच धर्मगुरुओं से बात कर उन्हें कब्रिस्तान में बुलाया गया। शमी के परिजन भी वहां पहुंच चुके थे। हालांकि उनके बेटे ने पिता को कंधा देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद मेडिकल स्टाफ ने पीपीई किट पहन कंधा दिया और अंतिम संस्कार कराया।