कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। विपक्ष भी इस मौके पर किसानों के साथ खड़ा होने की बात कह अलग-अलग राज्यों में रैलियां आयोजित कर रहा है। हालांकि, अब तक विपक्षी दल किसानों के लिए कोई खास समर्थन जुटाने में नाकाम रहे हैं। इस बीच झारखंड में किसानों के लिए की गई कांग्रेस की एक रैली का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें पार्टी की जन आक्रोश रैली में फिल्मी गाने- लैला ओ लैला की धुन बजाई गई और समर्थकों को इस पर नाचते देखा गया।

पत्रकार पंकज झा ने इस रैली से जुड़ी एक क्लिप ट्वीट की है। इसमें झारखंड के सरायकेला में कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में महिला डांसर को प्रदर्शनकारी जनता के सामने ‘लैला ओ लैला’ नाचते देखा जा सकता है। मंच के पीछे कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस की जन आक्रोश रैली का पोस्टर टंगा है।

कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस कोटे के मंत्री और पाकुड़ से विधायक आलमगीर आलम की तरफ से किया गया था। हालांकि, पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता मंत पर नहीं दिख रहा है। वीडियो में भीड़ में शामिल कई लोगों को भी गाने पर थिरकते देखा जा सकता है।

भाजपा ने ली चुटकी: बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने भी इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर ट्विट करते लिखा कि- इटली की हवा में डांस है साहिब, हवा को तो रोक लोगे, लेकिन डांस को कैसे रोकोगे। भारतीय कांग्रेस की किसानों से इस बेपनाह मोहब्बत को देखकर आंसू आ गए। 18 फरवरी को सरायकेला खरसावां जिले के कुकडू प्रखंड में आयोजित जन आक्रोश रैली का नजारा।

दूसरी तरफ भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी वीडियो पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, “भारतीय कांग्रेस को किसानों से इस बेपनाह मोहब्बत को देखकर आंसू आ गए। 18 फरवरी को सरायकेला खरसावां जिले के कुकडू प्रखंड में आयोजित जनाक्रोश रैली का नजारा।” भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, “किसान बिल के विरोध में भीड़ जुटाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।”

इस पर एक यूजर ने कहा,  “कांग्रेस को लैला चाहिए और प्रदर्शनकारियों को मिया खलीफा।” एक अन्य यूजर ने कहा- ये जनआक्रोश रैली है या कांग्रेस के अगले अध्यक्ष का ऑडिशन।” राहुल शर्मा ने ट्वीट में लिखा, “ये तो स्कैम है जी, रिहाना बोलकर शबाना को नचा दिया।”