चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव के साथ ही मध्य प्रदेश में भी उपचुनाव कराने का फैसला किया है। जहां कांग्रेस छह महीने पहले गिराई गई कमलनाथ सरकार को वापस सत्ता में लाने की कोशिश में जुटी है, वहीं भाजपा भी शासन में काबिज रहने की कवायद में है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर विवादास्पद पोस्ट किया है। दिग्विजय ने ट्विटर पर ‘गद्दार रेट कार्ड’ नाम से कांग्रेस के कुछ नेताओं की तस्वीरें पोस्ट की हैं, जिस पर बाजपा ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही चुनाव आयोग से भी कंप्लेन की है।

दिग्विजय ने क्या पोस्ट किया?: दिग्विजय सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के कुछ पूर्व नेताओं की तस्वीरें डाली हैं और उन्हें गद्दार बताया। इसमें उन्होंने लिखा, “लोकतंत्र के बही खाते में जो लोग कॉंग्रेस से ग़द्दारी कर 35-35 करोड़ में बिके उन्हें जिन लोगों ने उन्हें वोट दिए उसमें से वोट देने वालों को उनका हिस्सा देना चाहिए। जब तक उन्हें उनका 35 करोड़ में से हिस्सा ना मिले तब तक उन्हें वोट नहीं देना चाहिए।”

दिग्विजय ने अलग-अलग पोस्ट्स में 25 नेताओं के नाम डाले। इनमें गोविंद सिंह राजपूत, जसवंत जाटव, प्रद्युम्न सिंह तोमर और हरदीप सिंह डंग जैसे नेताओं के नाम शामिल करते हुए इन प्रत्याशियों को मिलने वाले वोटों का भी जिक्र किया और बताया कि हर वोट पर मतदाताओं को कितनी रकम मिलनी चाहिए।

भाजपा ने चुनाव आयोग से की शिकायत: हालांकि, इस पर भाजपा नेता भगवानदास सबनानी ने कहा कि दिग्विजय की ओर से रेट कार्ड डालना नेताओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने से जुड़ा मामला है। उन्होंने लिखा, “जनता और कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय सिंह को घर बिठा दिया, पर वे अभी भी इस तरह की चीजों में शामिल हैं। आज उन्होंने अपने निजी सोशल मीडिया अकाउंट से गद्दार रेट कार्ड पोस्ट किया। इसमें उन्होंने 25 सम्मानीय जनप्रतिनिधियों के नामों का जिक्र कर उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने का काम किया है। इतना ही नहीं उन्होंने रेट कार्ड में भाजपा के कमल के निशान को भी उल्टा कर के दिखाया है। हमने इसकी शिकायत चुनाव आयोग में की है।”