Rajasthan Politics: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) ने पिछले दिनों अपने राजस्थान कांग्रेस में अपने प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट (Sachin Pilot) के खिलाफ सार्वजनिक रूप से नाराजगी जताई थी, जिसके कुछ दिनों बाद, कांग्रेस (Congress) ने रविवार (27 नवंबर) को कहा कि अनुभवी नेता को युवा नेता के खिलाफ कुछ शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। कांग्रेस ने कहा की पार्टी को गहलोत और पायलट (Sachin Pilot) दोनों की जरूरत है। कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे मामलों में पार्टी कड़े फैसले लेने से भी नहीं कतराएगी।

द इंडियन एक्सप्रेस के सूत्रों के मुताबिक पार्टी के सूत्रों ने कहा कि राजस्थान में गहलोत बनाम पायलट के विवाद पर आलाकमान राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के बाद ही कोई निर्णय लेगा।

December के पहले सप्ताह में Rajasthan में प्रवेश करेगी यात्रा

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा दिसंबर के पहले सप्ताह में राजस्थान में प्रवेश करेगी और पार्टी नेतृत्व चाहता है कि गहलोत और पायलट के बीच के झगड़े की छाया कांग्रेस की यात्रा पर न पड़े या यह किसी भी तरह से भारत जोड़ो यात्रा के लोग परेशान न हो। नेतृत्व ने अब तक यह सुनिश्चित किया है कि केरल, कर्नाटक या मध्य प्रदेश में गुटीय मतभेद यात्रा पर हावी न हों। यात्रा समाप्त होने तक मतभेदों को दूर रखने का स्पष्ट संदेश मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को भी भेजा गया।

Ashok Gehlot ने Sachin Pilot को गद्दार कहा था

कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि पायलट के खिलाफ गहलोत के तीखे हमले जिसमें उन्होंने सचिन पायलट को देशद्रोही (गद्दार) कहा, जिन्होंने भाजपा के साथ सांठगांठ की और कांग्रेस नेतृत्व को परेशान कर दिया है। ये मामला राजस्थान में अभी कुछ दिन पहले हुआ था। ये मामला राजस्थान में यात्रा के प्रवेश के कुछ दिन पहले ही सुर्खियों में आया है आलाकमान इस नए सिरे से बात चीत करेगा।

CM Ashok Gehlot को इन शब्दों का उपयोग नहीं करना चाहिए थाः Jairam Ramesh

रविवार को पहली बार पार्टी ने साफ किया कि गहलोत को कुछ खास शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। यह स्पष्ट करते हुए कि पार्टी गहलोत और पायलट दोनों को महत्व देती है, एआईसीसी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने स्वीकार किया कि दोनों के बीच कुछ मतभेद हैं, लेकिन साथ ही कहा कि “मुख्यमंत्री द्वारा इस्तेमाल किए गए कुछ शब्द अप्रत्याशित थे … मुझे भी बहुत आश्चर्य हुआ। और मैं यह भी कह सकता हूं कि मुख्यमंत्री को कुछ खास शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था।