कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा निजी दौरे पर गुरुवार को प्रयागराज पहुंची और मौनी अमावस्या पर संगम में स्नान किया। खास बात यह है कि इस दौरान वह संगम से अरैल घाट तक खुद नाव चलाईं। नाविक को दो हजार रुपए भी दीं। नाव चलाने के दौरान उन्होंने लाइफ जैकेट भी नहीं पहना। इसको लेकर सुरक्षाकर्मी काफी परेशान रहे।
बाद में वह मनकामेश्वर मंदिर गईं और पूजा-अर्चना के बाद द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लीं। उनके साथ उनकी बेटी मिराया, बेटा रेहान और कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्र मोना भी थीं।
इससे पहले प्रयागराज पहुंचने पर प्रियंका गांधी अपने पैतृक निवास स्वराज भवन गईं। वहां उन्होंने अपने परदादा पं.जवाहरलाल नेहरू के स्मृति स्थल पर पुष्प चढ़ाई और उनका श्रद्धांजलि दीं। उसके बाद वह स्वराज भवन ट्रस्ट से संचालित अनाथालय में बच्चों के साथ बातें और कुछ पल उनके साथ रहीं।
कांग्रेस महासचिव पिछले कई महीनों से राजनीतिक गतिविधियों में सक्रियता से जुटी हैं। उत्तर प्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और पार्टी में जान फूंकने के लिए वह कई बार यहां का दौरा कर चुकी हैं। इससे पहले बुधवार को वह यूपी के सहारनपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने विवादास्पद कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
आरोप लगाया कि इसमें केवल कॉर्पोरेट हितों को ध्यान में रखा गया है। रैली में उन्होंने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “आंदोलनजीवी” टिप्पणी पर हमला करते हुए कहा कि यह किसानों को टारगेट करके बोला गया है।