बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में सब कुछ बहुत अच्छा नहीं चल रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के सहयोगी और राजद के छात्र विंग के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव के पद से हटाए जाने पर विवाद बढ़ गया है। तेज प्रताप यादव ने इसे अपना अपमान बताते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सिंह ने बुधवार को तेज प्रताप के करीबी माने जाने वाले आकाश यादव की जगह गगन कुमार को RJD के छात्र विंग का नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।

इसको लेकर बयानबाजी बढ़ने पर जगदानंद ने तेज को नेता मानने से ही इंकार कर दिया और कहा कि हमारी जवाबदेही उनके प्रति नहीं है। हालांकि तेज प्रताप के छोटे भाई और पार्टी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि कोई विवाद नहीं है, सब कुछ सामान्य है, थोड़ा-बहुत आपसी भ्रम है उसे दूर कर लिया जाएगा।

इस बीच तेज प्रताप यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर करते हुए कहा, “जिस प्रवासी सलाहकार के इशारों पे पार्टी चल रही, वो हरियाणा में अपने परिवार से किसी को सरपंच नहीं बनवा सकता वो ख़ाक मेरे अर्जुन को मुख्यमंत्री बनायेगा ..वो प्रवासी सलाहकार सिर्फ लालू परिवार और राजद में मतभेद पैदा कर सकता है।”

उन्होंने कहा, “प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने में अध्यक्ष जी ये भूल गए की पार्टी संविधान से चलती है और राजद का संविधान कहता है कि बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते ..आज जो हुआ वो राजद के संविधान के खिलाफ हुआ।”

उनके इस बयान पर अध्यक्ष जगदानंद ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने एजेंसी से बात करते हुए कहा, “कौन हैं तेज प्रताप? मैं तेज प्रताप के प्रति जवाबदेह नहीं हूं। मैं लालू प्रसाद के प्रति जवाबदेह हूं, वह मेरे अध्यक्ष हैं। पार्टी के 75 सदस्यों में वह (तेज प्रताप) भी एक हैं। क्या उनके पास पार्टी में कोई और पद है?”

उधर, तेजस्वी यादव ने कहा, “हर किसी की अलग राय है…पार्टी अध्यक्ष और मैं यहां हूं और हम सब कुछ ठीक कर देंगे।” हालांकि पार्टी के अंदर की रार उधर, तेजस्वी यादव ने कहा, “हर किसी की अलग राय है…पार्टी अध्यक्ष और मैं यहां हूं और हम सब कुछ ठीक कर देंगे।” हालांकि पार्टी के अंदर की रार खुलकर बाहर आ जाने से मामला गहराता जा रहा है।