देश के कई राज्यों में पुलिस अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चला रही है। ऐसे ही अभियान के दौरान छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में पुलिस ने नाम बदलकर अवैध रूप से रह रही एक एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया है। गुरुवार को दुर्ग जिले के पुलिस अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी भाषा बताया कि सुपेला थाना क्षेत्र में अंजली सिंह उर्फ काकोली घोष नाम से पहचान छिपाकर अवैध रूप से रहने के आरोप में पुलिस ने बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी (25) को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में अवैध रूप से रह रहे, बांग्लादेशी/रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर, उनके खिलाफ कार्रवाई करने तथा उन्हें वापस भेजने के लिए दुर्ग जिले में STF का गठन किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार 14 मई को जानकारी मिली थी कि सुपेला के नेहरू रोड इलाके में सूरज साव के मकान में बांग्लादेश की एक महिला अपना मूल पहचान छुपाते हुए काकोली घोष उर्फ अंजली सिंह के नाम से रह रही है।
अधिकारियों के मुताबिक, इस सूचना के बाद STF ने महिला को पकड़ लिया और उससे पूछताछ की, तब उसने अपना नाम अंजली सिंह बताया। महिला ने बताया कि वह पूर्वी दिल्ली, नांगलोई की रहने है। महिला ने पहचान के लिए अंजली सिंह के नाम से आधार कार्ड प्रस्तुत किया जो संदेहास्पद पाया गया। अधिकारियों का कहना है कि जब महिला से सख्ती से पूछताछ की गई तब उसने अपना मूल नाम पन्ना बीवी तथा पिता का नाम अब्दुल रौफ बताया। महिला ने बताया कि वह बांग्लादेश के खुलना जिले की निवासी है।
आठ साल पहले आई थी भारत
अधिकारियों के बताया कि जांच में पता चला कि पन्ना बीवी लगभग आठ साल पहले बगैर वैध पासपोर्ट और वीजा के अवैध रूप से इंटरनेशनल बॉर्डर पार कर पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर पहुंची थी। वहां उसने अपना नाम काकोली घोष बताया और पांच साल कोलकाता में रही। वहां से वह दिल्ली पहुंची, जहां उसने एक साल बिताया। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में रहने के दौरान दुर्ग जिले के भिलाई की रहने वाली पूजा नामक एक लड़की से महिला का परिचय हुआ, तब वह उसके साथ भिलाई आ गई और पिछले दो साल से वह सुपेला में सूरज साव के मकान में खुद को काकोली घोष उर्फ अंजली सिंह बताकर किराये पर रह रही थी।
कई बार इंटरनेशनल बॉर्डर पार कर गई बांग्लादेश
जांच में यह भी पता चला कि इन आठ सालों में पन्ना बीबी भारत-बांग्लादेश इंटरनेशनल बॉर्डर पार कर कई बार बांग्लादेश स्थित अपने मूल घर भी गई। अधिकारियों ने बताया कि जब पुलिस ने महिला के मोबाइल की जांच की, तब यह पता चला कि महिला ने अपने मोबाइल से बांग्लादेश के लगभग एक दर्जन से अधिक मोबाइल नंबरों पर (पिता, भाई, बहन एवं अन्य रिश्तेदारों) लगातार बात की है और वह उनके संपर्क में थी।
उन्होंने बताया कि महिला ने पुलिस को जो आधार कार्ड प्रस्तुत किया था वह फर्जी था तथा उसमें छेड़छाड़ की गई है। पुलिस ने बताया कि न सिर्फ महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है बल्कि वह जिस सूरज साव के मकान में किराये पर रह रही थी, उसके खिलाफ किरायेदार के संबंध में किसी प्रकार की सूचना थाने में न देने को लेकर कार्रवाई की जा रही है। (इनपुट – भाषा)