CM Yogi on Flood Affected Area in Varanasi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार (31 अगस्त) को वाराणसी में बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने गए थे। इस दौरान वहां पर अफसरों ने उनके स्वागत के लिए रेड कार्पेट बिछाया था। नाव से उतरने के बाद सीएम योगी को वाराणसी के अस्सी घाट तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने रेड कार्पेट बिछाया था। अफसरों की इस कारगुजारी पर सीएम योगी को विपक्षी पार्टियों का निशाना बनना पड़ रहा है। सीएम योगी के इस कार्पेट वेलकम को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने ऐतराज जताया है।

ये कोई पहला मौका नहीं है जब अफसरों की हरकतों पर सीएम योगी को विपक्ष के हमले झेलने पड़े हों। इसके पहले गोरखपुर के मझगवां में जब सीएम योगी शहीद साहब शुक्ल के घर उनके परिजनों से मिलने पहुंचे थे तब भी वहां पर अफसरों ने लाल कालीन पर उनका स्वागत किया था। शहीद के परिजनों से मुलाकात के दौरान सीएम योगी को भगवा रंग के सोफे पर बैठाया गया था। तब भी सीएम योगी विपक्षियों के निशाने पर आए थे। एक ओर जहां प्रधानमंत्री पार्टी नेताओं से वीआईपी कल्चर से निकलने की अपील कर रहे हैं वहीं अफसर अपनी हरकतों से उनके नेताओं का पलीता लगाने में लगे हैं।

Samajwadi Party ने बोला हमला, कहा- बाढ़ पीड़ितों से मजाक हो रहा है

सूबे का प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने सीएम योगी के बाढ़ पीड़ितों के दौरे पर जाने के बाद वहां रेड कार्पेट बिछाए जाने को लेकर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी ने कहा,”रेड कार्पेट प्लेटफार्म बनवाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का सीएम योगी निरीक्षण कर रहे हैं। ये बाढ़ प्रभावितों से मिलने और उन्हें राहत देने जा रहे हैं या फोटोबाजी और पर्यटन का प्रदर्शन किया जा रहा। यह बाढ़ प्रभावितों का मजाक है।”

BJP डिफेंसिव मोड पर आई

सोशल मीडिया पर भी इस बात की चर्चा है कि जिस शहर में बाढ़ से काफी संख्या में लोग प्रभावित हैं। लोगों के पास रहने और खाने का संकट है। ऐसे में वहीं उस बाढ़ के पानी पर बने रैंप पर मुख्यमंत्री का रेड कार्पेट पर स्वागत किया जा रहा है। जब ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर आ गईं और विपक्ष इनको लेकर हमला बोलने लगा तो बीजेपी नेता भी डिफेंसिव मोड में आ गए और सीएम योगी का बचाव करने लगे।

बचाव में उतरे BJP MLA सौरभ श्रीवास्तव

वाराणसी कैंट से बीजेपी विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने ‘यूपी तक’ वेब पोर्टल से बातचीत में बताया,’समाजवादी पार्टी के शासन में तो राहत के काम भी ठीक तरह से नहीं हो पाते थे। योगी जी की सरकार अखिलेश यादव की सरकार से कहीं आगे है।’ वहीं कार्पेट वाली बात पर उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त इलाके में कीचड़ था और उसपर लकड़ी का पुल बनाया गया था। कीचड़ की वजह से कहीं कोई दुर्घटना न घट जाए इस बात से बचने के लिए वहां कार्पेट बिछाया गया था।