पश्चिम बंगाल के पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के विभिन्न इलाकों में रविवार सत्तारूढ़ टीएमसी और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हो गईं, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए हैं। दोनों दलों के सूत्रों ने यह जानकारी दी। इस बीच भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के पुरुलिया रोड शो में टीएमसी झंडे वाली कार नजर आने पर भगवा दल के कार्यकर्ताओं ने वाहन पर डंडे पर बरसा दिए। घटना का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में भाजपा कार्यकर्ता काफिले में टीएमसी झंडे वाली कार देखकर नाराज हो गए। इसके बाद दर्जनों लोगों ने वाहन पर डंडे बरसा दिए।
बाद में अधिकारी ने कहा कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के हमलों से भाजपा की ही ताकत बढ़ेगी। बीते महीने टीएमसी छोड़ भाजपा में आए अधिकारी ने पुरुलिया में रोडशो के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर किए गए प्रत्येक हमले से और अधिक लोग हमारे समर्थन में आएंगे।’
सूत्रों ने कहा कि पूर्वी मेदिनीपुर जिले के कांति इलाके के भाजाचौली में दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता एक-दूसरे से भिड़ गए। भाजपा के स्थानीय नेताओं ने कहा कि उसके 15 कार्यकर्ता हमले में घायल हो गए, जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, टीएमसी ने दावा किया कि भाजपा के कैंप में अंदरूनी कलह के चलते ये झड़पें हुई हैं।
पूर्वी मेदिनीपुर जिले के मरिश्दा से भी हिंसा की खबरें मिली हैं। पश्चिमी मेदिनीपुर के केशपुर में दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से एक दूसरे पर ईंटों और डंडों से हमला किया। पूर्वी मेदिनीपुर जिले के टीएमसी अध्यक्ष अजित मैती ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने ‘भगवा पार्टी के समर्थकों के उकसावे के आगे संयम बरता।’
#Alert | West Bengal: Clashes broke out between supporters of TMC & BJP during Suvendu Adhikari's roadshow. A car that had a TMC flag was reportedly gheraoed by BJP supporters. No injuries reported.
Sreyashi with details. pic.twitter.com/YrJUtQCvDr
— TIMES NOW (@TimesNow) January 10, 2021
वहीं जनता को संबोधित करते हुए अधिकारी ने रविवार को पश्चिम बंगाल सरकार पर केंद्रीय योजनाओं को अपना बनाकर पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी सरकार में केवल तीन-चार लोगों के पास अधिकार हैं और बाकी लोग ‘रबर स्टांप’ की तरह काम कर रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि देशभर में तीन करोड़ स्वास्थ्य र्किमयों और 50 साल से अधिक उम्र के 27 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस का टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा लेकिन इस घोषणा के बावजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी कोरोनो योद्धाओं को पत्र लिखकर कहा कि उनकी सरकार टीकाकरण के लिए कोई शुल्क नहीं लेगी। इससे पहले आज दिन में ममता बनर्जी ने कहा था कि केवल कोरोना योद्धाओं को ही नहीं, बल्कि राज्य की समस्त जनता को कोविड-19 टीके मुफ्त में लगाने के बंदोबस्त किये जा रहे हैं।