Maharashtra : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh ) के एक साल से अधिक समय के बाद बुधवार को जेल से बाहर आने के बाद उनका स्वागत करने के लिए विपक्ष के नेता अजीत पवार (Ajit Pawar) मौजूद थे। अजीत पवार राज्य सरकार के जरिए उपलब्ध कराए गए एक विमान से मुंबई पहुंच पाए थे। अगर उन्हें विमान उपलब्ध नहीं कराया जाता तो शायद वह इतने कम समय में यहां नहीं पहुंच पाते। अजीत पवार के सरकारी विमान से यहां पहुंचने के बाद सवाल पैदा हुआ कि क्या शिंदे सरकार द्वारा अजीत पवार (Ajit Pawar) के लिए की गयी यह मदद महज एक शिष्टाचार था? या इससे बढ़कर कुछ ?
Ajit Pawar ने क्या बताया
उनकी इस यात्रा के बाद उठ रहे सवालों के बीच अजित पवार (Ajit Pawar) ने खुद इस मुद्दे को तवज्जो नहीं दी। अजीत पवार (Ajit Pawar) ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) से एक दिन के लिए व्यापार सलाहकार समिति की बैठक स्थगित करने का अनुरोध किया था। जब उन्होंने कारण पूछा, तो मैंने उन्हें मुंबई यात्रा (अनिल देशमुख से मिलने) के बारे में बताया।
उन्होंने बैठक को आगे बढ़ाने की पेशकश की और कहा कि मैं दिन में बाद में एक सरकारी हवाई जहाज से मुंबई जा सकता हूं।
क्या शिंदे-भाजपा के नजदीक आ रहे अजीत पवार?
सरकारी विमान से अजीत पवार की इस यात्रा के अलावा भी कई ऐसे पहलू हैं जिन्हें लेकर विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) के अजीत पवार को लेकर चिंता में होने की चर्चा है। इस चिंता को गहरा करता है 2019 का वो सियासी घटनाक्रम जब महा विकास अघाड़ी (MVA) को छोड़ अजीत पवार ने भाजपा के देवेंद्र फडणवीस साथ मिलकर सरकार बना ली थी।
देवेंद्र फडणवीस के साथ अजित पवार की निकटता के बारे में धारणा बनी हुई है। अजीत पवार को लेकर बेचैनी पिछले हफ्ते विधानसभा सत्र में भी दिखाई दी थी, जब एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक जयंत पाटिल को अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को सदन से शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था।