Coal Levy Scam : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के कथित कोयला लेवी घोटाले में कांग्रेस नेताओं और कुछ अधिकारियों से जुड़े कई स्थानों पर तलाशी की है। छत्तीसगढ़ में कोयले के परिवहन पर अवैध लेवी के संबंध में केंद्रीय एजेंसी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में तलाशी ले रही है। ईडी द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि प्रमुख राजनेताओं और नौकरशाहों की मिलीभगत से कुछ बिचौलियों द्वारा कोयला खपत करने वाली कंपनियों से राज्य में 25 रुपये प्रति टन कोयले की अवैध वसूली की जा रही थी।
एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ वर्षों में इस तरह से 540 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए गए, जिसका कुछ हिस्सा कांग्रेस नेताओं के खाते में जा रहा है। ईडी की यह छापेमारी ऐसे वक़्त में हो रही है जब रायपुर में कांग्रेस का अधिवेशन होना तय है।
क्या है पूरा मामला ?
रायपुर में जारी इस छापेमारी को लेकर ईडी ने बताया है कि यह कोयले के नाम पर वसूले जा रहे अवैध पैसे की जांच से जुड़ा मामला है। ईडी द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि प्रमुख राजनेताओं और नौकरशाहों की मिलीभगत से कुछ बिचौलियों द्वारा कोयला खपत करने वाली कंपनियों से राज्य में 25 रुपये प्रति टन कोयले की अवैध वसूली की जा रही है।
एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ वर्षों में इस तरह से 540 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए गए, जिसका कुछ हिस्सा कांग्रेस नेताओं के खाते में जा रहा है। एजेंसी ने आयकर विभाग की एक एफआईआर के आधार पर पिछले साल अक्टूबर में मामले की जांच शुरू की थी। इसके बाद कई तलाशी अभियान चलाए गए। अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 170 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गयी है।
क्यों अहम है मामला ?
अपनी जांच के दौरान ईडी ने न केवल राज्य के शीर्ष नौकरशाहों के यहां छापेमारी की, बल्कि कुछ को गिरफ्तार भी किया है। इस मामले में एक चार्जशीट भी दायर की गयी है। यह जांच राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दरवाजे तक भी पहुंच चुकी है। पिछले साल दिसंबर में एजेंसी ने उनकी उप सचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया था।
कहा जाता है कि राज्य सेवा के अधिकारी चौरसिया का बघेल के कार्यालय में काफी दबदबा था।चौरसिया के अलावा, एजेंसी ने 2004 बैच के आईएएस अधिकारी पी अंबलगन के परिसरों पर भी छापा मारा है। वह वर्तमान में जल संसाधन विभाग, पर्यटन और संस्कृति के सचिव हैं। इस मामले में आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई को भी गिरफ्तार किया गया था। यह जांच इन वजहों के रहते अहम जांच कही जा रही है।