भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने जानकारी दी कि राजधानी में शनिवार को अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम में सामान्य है। आइएमडी ने बताया कि दिल्ली में सुबह धूप खिली और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को दिन के समय तेज हवाएं चलने की संभावना है।

हालांकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 23 और सात डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। शाम साढ़े पांच बजे हवा में नमी 43 फीसद रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार शाम छह बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 251 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ की श्रेणी में आता है। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

दिल्ली में मंगलवार को नौ साल में जनवरी का सबसे ठंडा का दिन रहा, जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री कम 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आइएमडी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले तीन जनवरी 2013 को दिल्ली में अधिकतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। राष्ट्रीय राजधानी में इस जनवरी में भी 82.2 मिमी बारिश हुई, जो 122 वर्ष में जनवरी के महीने में सबसे अधिक वर्षा है।

ठंड में बेघरों के लिए मुख्यमंत्री से की उचित प्रबंध की मांग
गैर सरकारी संगठन ‘सेंटर फार हालिस्टिक डेवलपमेंट’ (सीएचडी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि सर्दियों में बेघरों के लिए पर्याप्त प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। सीएचडी ने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि बेघरों की संख्या दिल्ली में मौजूद आश्रय गृहों की क्षमता से कहीं अधिक है।

सीएचडी के संस्थापक सुनील कुमार अलेदिया ने कहा कि हम बेघरों के लिए बिस्तरों और उनके रहने का प्रबंध कर रहे हैं। हम उन्हें निकटवर्ती रैन बसेरों में लेकर जाते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि महिला एवं बाल विकास विभाग और समाज कल्याण विभाग जैसे सरकारी विभागों को बेघर लोगों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए डीयूएसआइबी के साथ मिलकर काम करना चाहिए।

दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआइबी) की नवीनतम ‘शेल्टर होम्स आक्यूपेंसी रिपोर्ट’ के अनुसार, दिल्ली में आश्रय गृहों की कुल क्षमता 19,964 थी, जिसे कोविड-19 वैश्विक महामारी की शुरुआत के बाद संशोधित करके 9,330 कर दिया गया। इसके कारण बेघर लोग कड़ाके की ठंड में सड़कों पर रात बिताने को मजबूर हैं। संस्था ने बताया था कि एक जनवरी से 19 जनवरी तक कड़ाके की ठंड के कारण राष्ट्रीय राजधानी में कम से कम 106 बेघर लोगों की मौत हुई है।